अरुण मुनि ने कहा, संपत्ति को बेशक पूरा संसार देखे पर त्याग करने वाले की ही है पहचान
गुरुदेव अरुण मुनि अपनी मंडल सहित एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में सुखसाता विराजमान हो गए हैं।
संस, लुधियाना : संघशास्ता शासन प्रभावक गुरुदेव श्री सुदर्शन लाल महाराज के सुशिष्य आगमज्ञाता गुरुदेव अरुण मुनि अपनी मंडल सहित एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस में सुखसाता विराजमान हो गए हैं। अपने संदेश में गुरुदेव अरुण ने कहा कि जीवन एक यात्रा है, आप इस यात्रा को यादगार, स्वर्णिम रोमांचक भी बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आप पृथ्वी पर आए हैं, आपका मिशन है क्या? यह सबसे पहले आपको पता होना चाहिए। एक व्यक्ति की इंटरव्यू हुई तो उसने कहा मेरी जिदगी का एकमात्र मिशन है, अधिक पैसा कमाना। पैसे के लिए जीता व मरता हूं, पैसे के पीछे बिना थके दौड़ता हूं। मुझे परिवार की परवाह नहीं, रिश्तेदारों को कोई चाह नहीं, धर्म से कोई लगाव नहीं, स्वास्थ्य के प्रति सजग नहीं। इस पैसे के पीर को कहा कि तेरी संपत्ति के संग्रह को चाहे सारा संसार देखता है, पर दुनिया में चाहते तो उन्हें हैं जो कुछ त्यागते हैं या सदुपयोग करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जीवन में शक्ति आपको जिस भी क्षेत्र में मिले चाहे संपत्ति के क्षेत्र में, शब्द के क्षेत्र में, मन के क्षेत्र में, शरीर के क्षेत्र में। ये शक्ति आप बांटते है या संग्रह ही करते जा रहे हो? भविष्य की सुरक्षा संग्रह में नहीं, सदुपयोग में है। गाइडलाइंस के अनुसार जारी है प्रार्थना सभा: विनोद जैन
चातुर्मास कमेटी के चेयरमैन विनोद जैन गोयम व मुख्य सलाहकार संजय जैन ने कहा कि कोरोना वायरस के बीच जब से चातुर्मास प्रारंभ हुआ, जैन स्थानक में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। अंदर प्रवृष्टि को लेकर इलेक्ट्रॉनिक मशीन लगाई गई है। इसके अलावा मास्क व सैनिटाइजर की विशेष व्यवस्था की गई। फिलहाल धर्म सभा की जगह प्रार्थना सभा वह भी सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार जारी है।