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Guru Nanak Jayanti 2019: सारंगी से लेकर किरपाण, सिख धर्म से जुड़ी हर शय का यहां मुकाम

लुधियाना के दुगरी स्थित छतवाल सिख सेंटर में उपलब्ध धार्मिक महत्व की विभिन्न वस्तुएं। जागरण

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 08:53 AM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 01:45 PM (IST)
Guru Nanak Jayanti 2019: सारंगी से लेकर किरपाण, सिख धर्म से जुड़ी हर शय का यहां मुकाम
Guru Nanak Jayanti 2019: सारंगी से लेकर किरपाण, सिख धर्म से जुड़ी हर शय का यहां मुकाम

राजीव शर्मा, लुधियाना। सिख देश में हों या सात समंदर पार बसे हों, बात जब धर्म से जुड़ी वस्तुओं की उपलब्धता की आती है तो उनके दिमाग में सिर्फ एक ही नाम आता है। वह नाम है लुधियाना के दुगरी स्थित छतवाल सिख सेंटर का। यहां सिख धर्म से जुड़ी हर वस्तु और साहित्य सहज उपलब्ध है। सिख धर्म से संबंधित विश्व के सबसे बड़े शोरूम का दावा करने वाले इस सेंटर से देश ही नहीं, बल्कि विदेश के गुरुद्वारों में भी धार्मिक सामान भेजा जाता है।

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भले ही वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप हों या चंदोआ साहिब। रूमाला साहिब हो या सिरी साहिब। यही नहीं, गुरु साहिबान के समय में इस्तेमाल हुए पुरातन वाद्य यंत्र, जो अब लगभग लुप्त हो गए हैं, उनका संग्रह भी यहां विशेष रूप से किया गया है। सिख धर्म के सामान का वन स्टॉप शोरूम है यह।

प्रशिक्षित कारीगरों से तैयार करवाते हैं सामान

सिख धर्म से जुड़ी हर वस्तु को समय के मुताबिक ढालने और उनको लोगों तक पहुंचाने के लिए शोरूम के संचालक हरदित्त सिंह छतवाल दिन-रात रिसर्च में लगे रहते हैं। उनका दावा है कि सिख धर्म से संबंधित नब्बे फीसद तक सामान वह खुद ही अपनी वर्कशॉप में विशेष तौर पर प्रशिक्षित कारीगरों से तैयार करवाते हैं। हर उत्पाद को तैयार करने में शुद्धता और पवित्रता का खास ध्यान रखा जाता है।

सिख धर्म से जुड़ी हर वस्तु उपलब्ध

हरदित्त सिंह ने वर्ष 1986 में दुगरी स्थित अपने घर से ही रूमाला साहिब बनाने के काम से शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाया और वर्ष 2006 में दुगरी के मुख्य मार्केट में एक भव्य शोरूम बना दिया। अब चार मंजिला इमारत में सिख धर्म से जुड़ी हर वस्तु उपलब्ध है। इनकी खरीदारी के लिए देश-विदेश से ग्राहक आते हैं। यहां से देश के अलावा अमेरिका, कनाडा, यूरोप और पाकिस्तान समेत विश्व के तमाम देशों के गुरुद्वारों में सामान निर्यात किया जा रहा है।

दरबार साहिब के मॉडल, मयूरी, सारंगी इत्यादि शामिल हैं

अब इस शोरूम में रूमाला साहिब, श्री साहिब, ककार साहिब, चंवर (चौर) साहिब, कीर्तन साज, सिखी बाणे, दस्तार, बाणी, गुटका साहिब, पोथी, गुरु साहिब के स्वरूप, गुरबाणी के शबद, सिख इतिहास से जुड़ी पुस्तकें, पालकी साहिब, स्टैंड, जंगले, कड़े, कंघे, चांदी के वर्क की और गोल्ड प्लेटेड किरपाणें, सिख धर्म से जुड़े हर तरह के शस्त्र, गतके का सामान, पीढ़ा साहिब, ज्योत, गात्रे, बाज, खंडे, दरबार साहिब के मॉडल, ककार बॉक्स के अलावा तंती साज, जिनमें दिलरूबा, मयूरी, सारंगी इत्यादि शामिल हैं, उपलब्ध हैं।

हरदित्त सिंह का कहना है कि सेंटर में याक की पूंछ से बने असली चौर साहिब खास तौर पर बनाए जाते हैं। इसके अलावा लखनऊ और फर्रुखाबाद के कारीगरों से विशेष तौर पर कढ़ाई वाले रूमाला साहिब तैयार कराए जाते हैं। कहते हैं, मेरी बचपन से ही यह इच्छा थी कि मैं सिख धर्म से संबंधित सामान का संरक्षण करूं और वाहेगुरु की कृपा से मुझे अपना पसंदीदा काम करने का अवसर मिला है। मैं लगातार ग्राहकों को कुछ नया देने की धुन में लगा रहता हूं। इसके लिए दिन-रात मेहनत करता हूं। शोरूम में मिलने वाले सामान संबंधी सभी जानकारी सेंटर की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

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