अब डाइंग में जॉब वर्क पर भी मिलेगा जीएसटी रिफंड
मुनीश शर्मा, लुधियाना : कपड़े की प्रॉसेसिंग के दौरान अलग-अलग जॉब वर्क जैसे प्रिंटिंग, डाइंग आदि में ल
मुनीश शर्मा, लुधियाना : कपड़े की प्रॉसेसिंग के दौरान अलग-अलग जॉब वर्क जैसे प्रिंटिंग, डाइंग आदि में लगे हजारों कारोबारियों को सरकार ने जीएसटी रिफंड की सौगात दी है। एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि फेब्रिक प्रॉसेसर्स का जो पैसा जमा था, उसके लिए एक जुलाई 2017 से रिट्रोस्पेक्टिव इफेक्ट से जॉब वर्कर क्लेम कर सकेंगे। इससे इंडस्ट्री को खासा लाभ होगा और लागत मूल्य कम हो जाएगी। जॉब वर्क को कंपोजिट मिलों के साथ जो प्रतिस्पर्धा में नुकसान उठाना पड़ रहा था, अब उन्हें समानता मिलेगी। फेब्रिक कैटेगरी में जॉब वर्कर की इस मांग को सरकार ने मान लिया है कि वे गुड्स के अधीन आने वाली कुछ चीजें, जिन पर इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर है और जिसमें रिफंड नहीं आता है, उसमें वे नहीं आते हैं। चूंकि फेब्रिक प्रॉसेसर्स सर्विस में आते हैं, इसलिए उन्हें रिफंड मिलना चाहिए।
इंडस्ट्री को होगा लाभ, लागत मूल्य होगी कम
पंजाब डायर्स एसोसिएशन के महासचिव बॉबी जिंदल के मुताबिक इस नए नोटीफिकेशन से हमें केमिकल और डाइज पर दिए जाने वाले 18 प्रतिशत में से पांच प्रतिशत तक लाभ होगा। इससे पूर्व हमें जॉब वर्क के दौरान रिफंड नहीं मिल पाता था, लेकिन अब रिफंड मिलने से हमारी लागत मूल्य कम होगी। ओरियंटल डाइंग के एमडी रजत सूद के मुताबिक कुछ केमिकल पर 28 व कुछ पर 18 प्रतिशत जीएसटी है। पांच प्रतिशत आगे से लिया जाता था। ऐसे में भारी संख्या में जीएसटी प्रोडक्ट कास्ट का हिस्सा बन जाता था और इसी के चलते इंडस्ट्री को डाइंग के दामों में खासी बढ़ोतरी करनी पड़ी थी। सूद के मुताबिक इस नई प्रक्रिया से डाइंग इंडस्ट्री को सात से आठ प्रतिशत का लाभ होगा।
समय पर मिले जीएसटी रिफंड तभी होगा लाभ
एकता डाइंग के पार्टनर सुभाष सैनी के मुताबिक सरकार को फैसला लागू कर इसकी सही जानकारी देनी चाहिए थी। ऐसे में जीएसटी लागू होने के बाद से ही इंडस्ट्री असमंजस में रही। अब सरकार को रिटर्न फाइल करते तत्काल रिफंड को जारी करना चाहिए।