प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से मिलेंगे सरकारी टीचर्स
सरकारी स्कूलों के टीचर्स निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकाें से मिलेंगे और बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाने को प्रोत्साहित करेंगे।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाने के लिए अब टीचर्स अभिभावकाें से मिलेंगे और बच्चों को निजी की बजाय सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे। इस दौरान टीचर अभिभावकों को सरकारी स्कूलों में मिलनी वाली सुविधाओं और लाभों के बारे में भी जानकारी देंगे। सेकेटरी एजुकेशन कृष्ण कुमार ने इस संबंध सरकारी स्कूलों के टीचर्स को हिदायत दी है कि वह निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से मिलें और उनसे बच्चे को सरकारी स्कूल में एडमिशन लेने के लिए कहें। जो अभिभावक अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए राजी हो जाते हैं, उन बच्चों की एडमिशन अप्रैल की बजाय अभी कर दें। सेक्रेटरी एजुकेशन की इस योजना से प्राइवेट स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है।
सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने पर जोर
सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट की संख्या में इजाफा करने के लिए सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकतर स्कूलों को स्मार्ट बनाया जा रहा है और निजी स्कूलों की तरह सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। जिस तेजी के साथ सरकारी स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड हो रहा है, उस हिसाब से अप्रैल तक पूरे प्रदेश में चार हजार से ज्यादा सरकारी स्कूल स्मार्ट बन जाएंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ऑडियो
सेक्रेटरी एजुकेशन का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह सरकारी स्कूलों के टीचर्स को हिदायतें दे रहे हैं कि जनवरी और फरवरी में वह अपने आसपास के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों के पास जाएं और उन्हें सरकारी स्कूलों में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दें। ऑडियो मैसेज में तो उन्होंने एक टीचर का उदाहरण दिया है कि उसने एक दिन में एक निजी स्कूल के 22 विद्यार्थियों को अगले सत्र के लिए अपने स्कूल में दाखिल कर दिया है। अब वह सभी टीचर्स को इसी तरह की योजना बनाकर काम करने को कह रहे हैं। अगर सेक्रेटरी एजुकेशन की यह योजना काम कर गई तो पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के स्कूलों पर खतरे के बादल मंडरा सकते हैं। जिससे निजी स्कूल संचालक चिंतित दिखने लगे हैं।
सोशल मीडिया पर सरकारी स्कूलों का प्रचार करेंगे टीचर
सरकारी स्कूलों के टीचर्स अपने अपने सोशल आकउंट के साथ स्कूल का अकाउंट तैयार करेंगे और उसमें अपने स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर समेत तमाम जानकारियां देंगे। यही नहीं स्कूलों में करवाई जाने वाली गतिविधियों को भी उसमें अपलोड किया जाएगा। अभिभावकों के साथ बातचीत करते समय उन्हें स्कूल में दी जाने वाली सुविधाओं व स्कूल इमारत के फोटो व वीडियो दिखाएंगे। कई टीचर्स ने अब इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
यह सुविधाएं दी जाती हैं सरकारी स्कूलाें में
- पहली से आठवीं कक्षा तक फ्री शिक्षा
- पहली से आठवीं तक किताबें फ्री
- विद्यार्थियों को यूनिफार्म फ्री दी जाती है
- साल में एक बार फ्री एजुकेशनल टूर
- मिड डे मील में बेहतरीन खाना
- निजी स्कूलों की तर्ज पर अब अंग्रेजी मीडियम में होंगी कक्षाएं
- निजी स्कूलों की तुलना में क्वालीफाइड टीचर्स