पंजाब में आप विधायक सरबजीत मानूके की अच्छी पहल, बेघर लोगों को सौंपे पांच-पांच मरले के प्लाट
पंजाब सरकार की अवैध कब्जा हटाओ अभियान के तहत पास के गांव गालिब कलां में सरकारी जमीन पर रहने वाले परिवारों के घरों को खाली कराकर ताला लगा दिया था। इससे गालिब कलां के कुछ निवासी चिलचिलाती धूप और आसमान में मच्छरों के नीचे रहने को मजबूर हो गए।
संवाद सहयोगी, जगराओं (लुधियाना)। चिलचिलाती गर्मी और मच्छर के काटने पर अगर किसी व्यक्ति के पास रात भर रहने के लिए जगह न हो तो वह जीना मुहाल हो जाता है। ऐसे कष्टों से पीड़ित व्यक्ति के लिए यदि कोई उसे सिर पर छत दे दे तो वह किसी मसीहा से कम नहीं हो सकता। जगराओं से दूसरी बार विधायक बनीं सरबजीत कौर मानूके ने गांव गालिब कलां में बेघर हुए लोगों को पांच-पांच मरले के प्लाटों के दस्तावेज सौंपे।
लोगों ने विधायक को बताई अपनी समस्या
गौरतलब है कि पंजाब सरकार की 'अवैध कब्जा हटाओ' अभियान के तहत पास के गांव गालिब कलां में सरकारी जमीन पर रहने वाले परिवारों के घरों को खाली कराकर ताला लगा दिया था। इससे गालिब कलां के कुछ निवासी चिलचिलाती धूप और आसमान में मच्छरों के नीचे रहने को मजबूर हो गए। पीड़ित लोगों ने विधायक मानूके के कार्यालय पहुंचकर उन्हें अपनी समस्या बताई।
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विधायक ने लोगों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि जल्द इसका समाधान किया जाएगा। इस पर विधायक ने पहल करते हुए गालिब कलां निवासी बीबी सुखविंदर कौर को अपनी जमीन से पांच मरला जमीन जरूरतमंद गरीब परिवारों को देने के लिए राजी किया और पंचायत विभाग से संपर्क कर बेघर लोगों को देने को कहा। जब तक वे अपना घर न बना लें, तब तक घर की चाबियां उन्हें सौंप दी गई।
खुशी से झूम उठे लोग, विधायक के पक्ष में की नारेबाजी
बीबी सुखविंदर कौर, बीडीपीओ सतविंदर सिंह कंग और सरपंच सिकंदर सिंह गालिब कलां ने जैसे ही छह महीने के लिए घरों की चाबियां लोगों को सौंपने की घोषणा की, खुशी से झूम उठे लोगों ने विधायक के पक्ष में नारेबाजी की।
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ये रहे माैजूद
इस अवसर पर प्रो सुखविंदर सिंह, अमरदीप सिंह तूर, प्रीतम सिंह अखाड़ा, एडवोकेट करम सिंह सिद्धू, सोनी कौंके, सुरिंदर सिंह काका, गोपी शर्मा, पप्पू भंडारी, बलजीत सिंह, पूर्व सरपंच सेवा सिंह चीमा, नंबरदार हरदीप सिंह सिद्धू, गुरचरण सिंह ज्ञानी पंच, मेजर सिंह पूर्व सरपंच, स्वर्ण सिंह, महिंदर सिंह जी, जगतार सिंह, कहन सिंह, स्वर्णजीत सिंह, बूटा सिंह गालिब, रेशम सिंह, जग्गा सिंह, राजू सिंह, रणजीत सिंह व सुखमंदर सिंह आदि मौजूद थे।