ग्लाडा ने जारी की 1920 अवैध कॉलोनियों की सूची, लुधियाना में 1450
लाडा के अधीन लुधियाना, नवांशहर, मोगा, फिरोजपुर व जालंधर जिले की फिल्लौर तहसील आती है।
राजेश भट्ट, लुधियाना : ग्रेटर लुधियाना डवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) की स्थापना से लेकर अब तक पांच जिलों में सिर्फ 91 कॉलोनियां ही पास हुई हैं, जबकि इस दौरान 1920 कॉलोनियां अवैध बना दी गई। सबसे ज्यादा 1450 अवैध कॉलोनियां अकेले लुधियाना जिले में बनी हैं। अवैध कॉलोनियों का जाल देखते हुए ग्लाडा ने अब वैध और अवैध कॉलोनियों की सूची जारी कर दी है। साथ ही साफ कर दिया कि ग्लाडा के अधीन आने वाले क्षेत्र में अगर किसी ने भी प्लाट या मकान खरीदना है तो वह पहले अवैध कॉलोनियों की सूची देख ले। पूंजी लगाने से पहले देख लें कॉलोनी वैध है या अवैध
ग्लाडा के अधीन लुधियाना, नवांशहर, मोगा, फिरोजपुर व जालंधर जिले की फिल्लौर तहसील आती है। इन पांच जिलों में ग्लाडा के क्षेत्र में अब तक कुल 2011 कॉलोनियां बनी हैं, जिसमें से सिर्फ 91 कॉलोनियों के कॉलोनाइजर्स ने ही अपनी कॉलोनियां अप्रूव करवाई है, जबकि 1920 कॉलोनियां बिना मंजूरी के बनाई गई हैं। कॉलोनाइजर आम लोगों को पुडा अप्रूव्ड कॉलोनी के नाम पर ठग रहे हैं। अपने जीवन की पूंजी लगाकर लोग जब इन अवैध कॉलोनियों में प्लाट या मकान खरीदते हैं उसके बाद ही उन्हें पता चलता है कि कॉलोनियां अवैध हैं। उसके बाद लोग ग्लाडा दफ्तर के चक्कर लगाते हैं। ग्लाडा ने अब अपने अधीन आने वाली सभी वैध व अवैध कॉलोनियों की सूची सार्वजनिक कर दी। आम लोग अब प्लाट लेने से पहले ग्लाडा की वेबसाइट पर देख सकते हैं कि वह जिस कॉलोनी में प्लाट ले रहे हैं वह वैध है या अवैध।
कॉलोनी रेगुलर करवाने के लिए नहीं आया एक भी आवेदन
पंजाब सरकार ने अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए पॉलिसी जारी की थी। सरकार ने कॉलोनाइजर्स को 20 अगस्त तक का टाइम दिया था। दो माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी एक भी कॉलोनाइजर कॉलोनी रेगुलर करवाने के लिए आगे नहीं आया। वैध कॉलोनियों की संख्या
लुधियाना - 82
मोगा - 3
नवांशहर - 3
फिल्लौर (जालंधर)- 2
फिरोजपुर - 1
कुल 91
अवैध कॉलोनियों की संख्या
लुधियाना - 1450
मोगा - 69
नवांशहर - 138
फिल्लौर (जालंधर)- 190
फिरोजपुर 73
कुल 1920
कॉलोनाइजर्स अवैध तरीके से कॉलोनियां काटकर लोगों को बेच रहे हैं, जिसकी वजह से लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। लोग प्लाट खरीदने से पहले देख सकेंगे कि कॉलोनी पास है या नहीं। अवैध कॉलोनियों के खिलाफ ग्लाडा की कार्रवाई जारी है।
हरप्रीत सिंह सेखों, रेगुलेटरी अफसर, ग्लाडा, लुधियाना