लुधियाना में ग्लाडा टीम पर कब्जाधारियों का पथराव, कार्रवाई में मूर्तियां टूटने से हिंदू संगठनों व भाजपाइयाें का हंगामा
जमालपुर न्यू विश्वकर्मा नगर की खोखा मार्केट में कई सालों से कब्जाकर झुग्गियां व दुकानें बनाई गई थी। यहां पर करीब 50 झुग्गियां व एक दर्जन से अधिक दुकानें हैं।
लुधियाना, जेएनएन। जमालपुर खोखा मार्केट में झुग्गियों और दुकानों पर ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) ने बुल्डोजर चला दिया। झुग्गी वालों ने कार्रवाई का विरोध किया लेकिन ग्लाडा अफसरों ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। इसी बीच ग्लाडा अफसरों ने झुग्गियों के साथ बने धार्मिक स्थलों पर भी बुल्डोजर चला दिया। धार्मिक स्थल पर बुल्डोजर चलाने की सूचना पर कुछ भाजपा नेता वहां पहुंचे और उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने विरोध कर रहे भाजपा नेताओं को पकड़ा और थाने ले गए।
इसके बाद ग्लाडा ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। इस पर झुग्गी वालों ने सामान बाहर निकालने का वक्त मांगा। ग्लाडा अफसरों ने झुग्गी वालों को सामान निकालने का वक्त दिया वहीं दूसरी तरफ दुकानों पर कार्रवाई शुरू की। जिसके बाद कब्जाधारियों ने ग्लाडा की टीम पर पथराव कर दिया और उनके साथ धक्कामुक्की शुरू हो गई। यह मामला शांत होता तब तक वहां भाजपा के जिला महासचिव समेत कई नेता व हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने ग्लाडा अफसरों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और पुलिस को शिकायत देते हुए ग्लाडा अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। वहीं ग्लाडा अफसरों ने टीम पर पथराव करने व टीम के सदस्यों के साथ धक्कामुक्की करने की शिकायत पुलिस को दी गई।
खोखा मार्केट में कई सालों से कब्जा
जमालपुर न्यू विश्वकर्मा नगर की खोखा मार्केट में कई सालों से कब्जाकर झुग्गियां व दुकानें बनाई गई थी। यहां पर करीब 50 झुग्गियां व एक दर्जन से अधिक दुकानें हैं। यहीं पर मंदिर व एक मजार भी थी। ग्लाडा ने कई बार झुग्गी वालों व दुकान वालों को जगह खाली करने को कहा। लेकिन उन्होंने खाली नहीं किया तो बुधवार को सुबह करीब दस बजे ग्लाडा की टीम भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई के लिए पहुंची। ग्लाडा टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीओ परमिंदर सिंह ने झुग्गी वालों को घर खाली करने को कहा। लेकिन उन्होंने झुग्गियां खाली करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद टीम ने एक किनारे से कार्रवाई शुरू की।
धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई से बिगड़ा माहाैल
झुग्गी वालों ने पहले विरोध किया लेकिन बाद में वह मान गए। इसी बीच झुग्गी वाले अपना सामान बाहर निकाल रहे थे कि ग्लाडा की टीम ने धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई शुरू कर दी। सूचना मिलते ही स्थानीय भाजपा नेता मौके पर पहुंचे और उन्होंने धार्मिक स्थल पर हो रही कार्रवाई का विरोध किया। पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। उसके बाद ग्लाडा अफसरों ने फिर कार्रवाई शुरू की। धार्मिक स्थल के साथ ग्लाडा ने दुकानों पर कार्रवाई की। दुकान तोड़ ही रहे थे कि कब्जाधारियों ग्लाडा की टीम पर पथराव कर दिया। जिससे ग्लाडा के बुल्डोजर का शीशा टूट गया।
इस दौरान ग्लाडा के असिस्टेंट इंजीनियर विनोद धवन के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। इसके बाद भाजपा नेताओं और ग्लाडा अफसरों में जमकर बहस हुई। भाजपा नेताओं और हिंदू संगठनों के नेताओं ने ग्लाडा टीम के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में एससीपी दोनों पक्षों को थाने लेकर गए।
भाजपा नेताओं का आरोप, ग्लाडा टीम ने खंड़ित की मूर्तियां
धार्मिक स्थल पर कार्रवाई की सूचना के बाद भाजपा के जिला महासचिव कांतेंदू शर्मा समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद अलग अलग हिंदू संगठनों के नेता भी वहां पहुंच गए। उन्होंने ग्लाडा की टीम के साथ जमकर बहस की और उसके बाद नारेबाजी करनी शुरू कर दी। उसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने भाजपा नेताओं को प्रदर्शन न करने को कहा। कांतेंदू शर्मा ने कहा कि ग्लाडा को कोविड काल में गरीबों की झुग्गियों पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी। इसके अलावा ग्लाडा की टीम ने धार्मिक स्थल पर कार्रवाई करते हुए मूर्तियां खंडित कर दी हैं जिससे ङ्क्षहदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब तक ग्लाडा अधिकारियों के खिलाफ माला दर्ज नहीं किया तब तक भाजपा संघर्ष करती रहेगी।
देर शाम थाना मोती नगर में पहुंचे नेता
खोका मार्केट में विरोध के बाद ग्लाडा अधिकारी थाना मोती नगर पहुंचे। उसके बाद पुलिस ने भाजपा नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। लेकिन भाजपा नेता ग्लाडा अफसरों पर पर्चे दर्ज करवाने की जिद पर अड़े रहे। देर शाम शिअद के प्रधान व पूर्व विधायक रणजीत ढिल्लों, भाजपा के जिला प्रधान पुङ्क्षष्पदर ङ्क्षसगल समेत तमाम भाजपा नेता थाना मोती नगर पहुंचे।
ग्लाडा की कार्रवाई में नहीं हुई मूर्तियां खंडित
ग्लाडा के एसडीओ परमिंदर सिंह का कहना है कि ग्लाडा की जीमन पर अवैध कब्जा करके झुग्गियां, दुकानें व धार्मिक स्थल बनाए गए थे। बार बार कहने के बाद भी लोग कब्जे खाली नहीं कर रहे थे। ग्लाडा ने अपनी जमीन खाली करवाने के लिए कार्रवाई की। धार्मिक स्थल के संचालकों को भी स्थल खाली करने को कहा गया था। मूर्तियां खंडित न हो इसके लिए पूरी सावधानी के साथ कार्रवाई की गई। ग्लाडा की कार्रवाई के दौरान एक भी मूर्ति खंडित नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि मंदिर की दीवारें गिराने के बाद उन्होंने दूसरी तरफ कार्रवाई की।
ग्लाडा की कार्रवाई पूरी तरह से जायज थी। ग्लाडा की जमीन पर कब्जा करके लोग कई सालों से बैठे हैं। कई बार उन्हें कहा गया था कि वह जगह खाली करें। कार्रवाई के दौरान हमारी टीम पर पथराव हुआ है इसके लिए टीम थाने में गई है। -सोनम चौधरी, अस्टेट अफसर ग्लाडा।