कांग्रेस छोड़ शिअद में शामिल हुए पूर्व मंत्री हंसराज जोसन, घुबाया का मिला विकल्प
फाजिल्का के जलालाबाद से दो बार कांग्रेस विधायक रहे व पूर्व मंत्री रहे हंसराज जोसन बुधवार को कांग्रेस पार्टी छोड़कर शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए। जोसन शिअद के लिए शेर सिंह घुबाया का विकल्प बन सकते हैं।
फिरोजपुर, फाजिल्का, जेएनएन। जलालाबाद से 1992 व 2002 में दो बार कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री रहे हंसराज जोसन बुधवार को कांग्रेस पार्टी छोड़कर शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गांव बंदीवाला में आयोजित एक कार्यक्रम जोसन को सिरोपा देकर पार्टी में शामिल किया। साथ ही सुखबीर ने उ️न्हें पार्टी का महासचिव बनाने का एलान किया। जोसन ने शिरोमणि अकाली दल में शामिल होने के लिए मंगलवार को जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
जोसन शिअद के लिए शेर सिंह घुबाया का विकल्प बन सकते हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में वे फाजिल्का से उ️म्मीदवार हो सकते हैं। चूंकि भाजपा अकाली गठजोड़ के दौरान भाजपा नेता सुरजीत सिंह ज्याणी फाजिल्का से चुनाव लड़ते रहे हैं। अब भाजपा से अलग होने के बाद अकाली दल के पास फाजिल्का से कोई मजबूत उ️म्मीदवार नहीं था। इसकी कमी भी जोसन पूरी कर सकते हैं। उ️धर, जोसन के बेटे हरप्रीत जोसन भी पंजाब यूथ कांग्रेस को छोड़कर दर्जनों युवा कार्यकर्ताओं के साथ शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए। हरप्रीत पंजाब यूथ कांग्रेस के महासचिव थे।
जोसन को माना जाता है घुबाया की टक्कर का नेता
शेर सिंह घुबाया 2019 में अकाली दल छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। घुबाया के कांग्रेस में आने के बाद से जोसन भी कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे। घुबाया शिरोमणि अकाली दल से तीन बार जलालाबाद के विधायक रहे थे और अंतिम समय में उ️न्होंने सुखबीर बादल के लिए अपनी सीट छोड़ी थी। जलालाबाद में हमेशा घुबाया का दबदबा रहा है, हंसराज जोसन भी दो बार जलालाबाद के विधायक रहे हैं। उ️न्हेंं भी घुबाया की टक्कर का नेता माना जाता है।
फिरोजपुर के हिंदू वोट बैंक पर अकाली दल की नजर
जनमेजा सिंह सेखों को जीरा से टिकट मिलने के बाद फिरोजपुर शहरी के हिंदू वोट बैंक पर शिरोमणि अकाली दल की नजर है। सेखों से पहले शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री हरसिमरत कौर बादल को फिरोजपुर से टिकट देने की तैयारी थी।
भाजपा से अलग होने के बाद अकाली दल की नजर फिरोजपुर के हिंदू वोट बैंक पर है। फिरोजपुर में भाजपा की पकड़ रही है। भाजपा के सुखपाल सिंह नन्नू दो बार फिरोजपुर के विधायक रह चुके हैं। दिवंगत कमल शर्मा के कार्यकाल में भी भाजपा मजबूत होकर उ️भरी थी। फिरोजपुर में हिंदू वोट बैंक 60 फीसद है और इस बार अकाली दल इसी वोट बैंक को भुनाने की तैयारी में है।
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