नशे की ओवरडोज से बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा, कटघरे में पुलिस के दावे
पुलिस नशे पर लगाम लगाने के दावे करती है, लेकिन हकीकत कुछ और है।
राजन कैंथ, लुधियाना : पुलिस नशे पर लगाम लगाने के दावे करती है, लेकिन हकीकत कुछ और है। दो सप्ताह के दौरान नशे की ओवरडोज से छह लोगों की जानें जा चुकी हैं। इससे पहले 4 जुलाई को नशे की ओवरडोज से एक युवक की मौत हुई थी। एक के बाद एक हुई इन लोगों की मौतें यह साबित करने के लिए काफी है कि मार्केट में नशा आराम से मिल रहा है। डैपो वालंटियर्स की फौज भी फेल
मुख्यमंत्री कैप्टन अमड्क्षरदर सिंह द्वारा शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस पर खटकड़ कला में शुरू की गई डैपो (ड्रग एब्यूज प्रीवेंशन ऑफिसर) वालंटियर्स की फौज भी नशे की रोकथाम में फेल साबित हुई। डैपो वालंटियर्स को नशे की गिरफ्त में जकड़े लोगों को नशा छुड़ाऊ केंद्रों तक लाकर नशा छुड़ाकर मुख्यधारा में शामिल करना था। नशे से हो रही मौतें वाकई में चिंता का विषय है। इससे साफ है कि नशा बराबर बिक रहा है। जो पुलिस के निम्न कर्मियों की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है। नशे पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों को और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
राजेश चोपड़ा, हौजरी उद्यमी। पुलिस नशा तस्कर को पकडऩे के बाद उसकी छानबीन के दौरान उसकी तह तक जाने की कोशिश नहीं करती। वो नशा जिस-जिस व्यक्ति से होकर उस तक पहुंचा हो, उन सबको गिरफ्तार करके पर्चे दर्ज होने चाहिए। नशे की सप्लाई लाइन बंद होने पर ही लगाम संभव है।
चंद्रकात चढ्डा, प्रधान शिवसेना ड्क्षहदुस्तान व्यापार सेना। पुलिस ने नशे पर शिकंजा कसा तो नशे के आदी लोगों ने नशा छुड़ाओ केंद्रों में मिलने वाली दवाओं से ही नशा करना शुरू कर दिया। नशा छुड़ाने के नाम पर नशीली दवाएं बेची जा रही हैं। पुलिस को उसकी तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है।
राणा प्रताप सिंह सोढी, प्रधान ड्क्षहदू सिख जागृति मोर्चा। नशा करने के आदी युवाओं को जब नशा नहीं मिलता तो वो मेडिकल नशे को निगलने की बजाय सीड्क्षरज से नसों में इंजेक्ट करते हैं। उस नशे की पॉवर का अंदाजा न होने के कारण वो ओवरडोज भी ले लेते हैं, जिससे मौत का शिकार हो रहे हैं। पुलिस और प्रशासन को इसके लिए और सख्त होने की जरूरत है।
कंवल गोगना, प्रधान मेंस राइट मूवमेंट। नशे से हुईं मौतें
4 जुलाई-लोहारा इलाके में दो सगे भाइयों भाई जसवीर सिंह व जोगा सिंह ने नशे की ओवरडोज ली। जसवीर सिंह की मौत हो गई।
24 अगस्त-दुगरी न्यू करतार नगर इलाके में बलजिंदर सिंह का शव कार में मिला।
25 अगस्त-दुगरी करतार नगर इलाके में बलजिंदर के साले दीपइंदर सिंह का शव उसी कार में पड़ा मिला।
4 सितंबर-पुरानी सब्जी मंडी इलाके में पेट्रोल पंप के बाथरूम में धरमिंदर सिंह का शव मिला।
6 सितंबर-चंद्र नगर इलाके में रहने वाले राहुल की नशे की ओवरडोज से मौत।
7 सितंबर - धूरी लाइन स्थित रेलवे क्वार्टर में हैबोवाल निवासी युवक का शव मिला।
8 सितंबर-टिब्बा रोड निवासी सोनू नशे की ओवरडोज से बाथरूम के बाहर गिर गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
नशा तस्करों पर पहले से ज्यादा सख्ती की गई है। उन्हें गिरफ्तार करके उनके खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं। उनके सोर्स का पता लगा कर उन पर एफआइआर की जा रही है। जहा कहीं नशा तस्करी की सूचना होती है, वहा रेड की जा रही है। नशा बेचने वाले किसी भी तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।
गगन अजीत सिंह, डीसीपी लुधियाना।