Fight Against Corona: जिले के 276 गांव और 1077 मोहल्ले सील, जरूरतमंदों में 46 लाख खाने के पैकेट वितरित
राकेश अग्रवाल ने कहा कि उस दौरान पुलिस ने लगभग दो हजार स्वयं सेवकों को भी अपने साथ जोड़ा। उन्हें कर्फ्यू इनफोर्समेंट अफसर के रूप में इस्तेमाल किया गया।
लुधियाना, जेएनएन। कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में पंजाब सरकार ने वायरस फैलने की श्रृंखला को तोड़ने और नागरिक के बीच सामाजिक दूरी को लागू करने के प्रयास में 23 मार्च, 2020 से कर्फ्यू लगा रखा है। सामाजिक डिस्टेंस को सुनिश्चित करने के लिए लुधियाना पुलिस न केवल कानून और व्यवस्था को लागू करने, बल्कि प्रवासी मजदूरों के सामाजिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए भी पूरी क्षमता के साथ निस्वार्थ भाव से काम कर रही है। यह बात पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बुधवार को कही।
उन्होंने कहा कि लुधियाना पुलिस रोजाना जरूरतमंद और प्रवासी व्यक्तियों को खिलाने में प्रशासन की मदद कर रही है। पिछले 38 दिनों के दौरान 46 लाख पके हुए भोजन के पैकेट जरूरतमंद लोगों के बीच वितरित किए गए। जबकि इसके अलावा 34,874 लोगों को राशन की किट प्रदान की गईं। जिला प्रशासन की और से दिए गए राशन किट की संख्या इनमें शामिल नहीं है।
राकेश अग्रवाल ने कहा कि उस दौरान पुलिस ने लगभग दो हजार स्वयं सेवकों को भी अपने साथ जोड़ा। उन्हें कर्फ्यू इनफोर्समेंट अफसर के रूप में इस्तेमाल किया गया। लुधियाना के लोग भी लगातार पुलिस की मदद कर रहे हैं। उन्होंने अपने 276 गांवों और 1077 मोहल्लों को स्वेच्छा से सील कर दिया है। इस लड़ाई को लड़ते हुए लुधियाना पुलिस ने अपने बहादुर एसीपी अनिल कोहली को भी खो दिया। जिनकी वर्तमान महामारी के दौरान अपने कठिन कर्तव्यों का पालन करते हुए असामयिक मृत्यु हो गई। इसके अलावा लुधियाना पुलिस के तीन बहादुर पुलिस कर्मी जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब भी अस्पतालों में अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
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