फीको की स्टील मंत्री से दाम को नियंत्रित करने की मांग
फीको) ने केंद्रीय स्टील मंत्री धर्मेद्र प्रधान से मांग की है कि स्टील के दाम में लगातार हो रही उठा-पठक ने इंडस्ट्री के समीकरण बिगाड़ दिए हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एवं कामर्शियल आर्गनाइजेशन (फीको) ने केंद्रीय स्टील मंत्री धर्मेद्र प्रधान से मांग की है कि स्टील के दाम में लगातार हो रही उठा-पठक ने इंडस्ट्री के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। नए आर्डरों के साथ-साथ इंडस्ट्री के लिए पुराने का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है। प्रधान गुरमीत सिंह कुलार और महासचिव राजीव जैन ने कहा कि लॉकडाउन के बाद इंडस्ट्री केवल 40 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर रही है। सरकारी खरीद के साथ-साथ अन्य डिमांड बढ़ने के बावजूद प्रोडक्शन उसके मुताबिक नहीं हो पा रही। पिछले 60 दिनों में स्टील के दामों में आठ हजार से दस हजार रुपये प्रति टन का इजाफा हो गया है। अगर यही हालात रहे, तो इंडस्ट्री को दाम में इजाफा करना पड़ेगा। हाल ही में स्टील के दामों में तीन हजार रुपये का इजाफा असहनीय है। सरकार को एक्सपोर्ट पर रोक लगाकर पहले भारतीय उद्योगों को राहत देने की ओर कदम उठाने चाहिए।
यूसीपीएमए करेगी चेन व्हील मांग का आकलन
चीन से बढ़ी तनातनी के बाद भारत में कम हुई आयात से कई उत्पादों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में किड्स साइकिल निर्माताओं को चेन व्हील की भारी किल्लत के कारण बैठक करनी पड़ी थी और नौ सदस्यों की कमेटी बनाकर इसके हल पर चर्चा की थी। इसी कड़ी के तहत सब कमेटी की बैठक गिल रोड स्थित यूनाइटेड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्यूफेक्चर्स एसोसिएशन के कार्यालय में हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि इस उत्पाद की कमियों को लेकर एक डाटा बनाया जाएगा। इसके लिए हर किसी की मांग को लेकर डाटा बैंक तैयार कर निर्माताओं को प्रोडक्शन बढ़ाने के साथ दाम में किफायत लाने पर चर्चा की जाएगी। एसोसिएशन की ओर से कुछ चेन व्हील निर्माताओं के साथ बैठक की गई है।