City Junction : कोरोना महामारी के साये में लाेग मना रहे त्योहार, इस बार दशहरा भी रहा फीका
नवरात्र हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। इसके चलते मंदिरों में विशेष सत्संग का आयोजन हर साल होता है पर इस वर्ष महामारी के कारण घर पर ही रहकर अधिकांश लोगों ने सत्संग तथा पूजा की। यहां तक कि अष्टमी और नौवीं भी घर पर मनाई।
लुधियाना, जेएनएन। देश में हर धर्म के त्योहार बड़ी शान, श्रद्धा, भाईचारे और प्यार से मनाए जाते हैं। चाहे वो दीपावली, ईद, गुरुपर्व या क्रिसमस हो। हालांकि इस बार कोरोना काल में हर जगह कुछ पाबंदियां लगा दी गई। पूजा स्थल कई महीनाें तक बंद रहे। अब जब खुले हैं तो श्रद्धालु बहुत ही कम हैं। हाल ही में नवरात्र और दशहरे का त्योहार मनाया।
नवरात्र हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। इसके चलते मंदिरों में विशेष सत्संग का आयोजन हर साल होता है, पर इस वर्ष महामारी के कारण घर पर ही रहकर अधिकांश लोगों ने सत्संग तथा पूजा की। यहां तक कि अष्टमी और नौवीं भी घर पर मनाई।
कोरोना के कारण इस बार दशहरा भी फीका रहा। व्यापारी वर्ग जो पहले से ही मंदी झेल रहे हैं, वह अब ङ्क्षचतित हैं कि आने वाले त्योहार भी अगर इसी तरह फीके रहे तो व्यापार पर बुरा असर पड़ेगा। कहते हैं कि जान है तो जहान है। जरूरी तो नहीं कि हम भीड़ जमा कर कोरोना वायरस को न्योता दें। हर धर्म हमें प्यार, सद्भावना और भाईचारा सिखाता है।
हर वर्ष हम रावण के पुतले को दशहरे पर जलाकर अधर्म और असत्य का नाश करते हैं। फिर हम क्यों क्रोध में हिंसा कर किसी निर्दोष और निहत्थे की जान लेते हैं? क्यों न हर धर्म और महापुरुषों की सीख से मानवता के लिए विश्वास और प्यार की ज्योति जलाएं। साथ ही सरकारी एडवाइजरी की पालना कर कोरोना के संक्रमण से भी बचें। प्रस्तुति- डा. अश्वनी मल्होत्रा