Farmers Protest: पंजाब सरकार और किसानों के बीच सहमति, धरना खत्म करने पर शुक्रवार को आएगा फैसला
Farmers Protest News पंजाब सरकार और किसानों के बीच बनी सहमति से चंडीगढ़ में चल रहा धरना खत्म होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई बैठक में कृषि नीति सहित कई मांगों पर चर्चा हुई। किसान संगठनों की राज्य स्तरीय कमेटी की बैठक के बाद शुक्रवार को धरना हटाने या जारी रखने का फैसला लिया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब सरकार की ओर से कृषि नीति सार्वजनिक करने की मांग को लेकर चंडीगढ़ में एक सितंबर से धरने पर बैठे किसान संगठनों के नेताओं की गुरुवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक हुई।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और खेत मजदूर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे चली बैठक में कई मांगों पर आम सहमति बन गई है। किसान अभी धरना हटाएंगे या नहीं, इसका निर्णय शुक्रवार को किसान संगठनों की राज्य स्तरीय कमेटी की बैठक के बाद लिया जाएगा।
ओटीएस स्कीम लाने को दी गई मंजूरी
किसानों के साथ बैठक के बाद वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी कृषि नीति का कच्चा ड्राफ्ट तैयार हुआ है। इसे किसान संगठनों को भेजा जाएगा। किसान नेताओं से चर्चा के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि को-ऑपरेटिव बैंक से डिफॉल्टर केसों के हल के लिए सरकार ने पहले ही वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) स्कीम लाने को मंजूरी दे दी है।
आत्महत्या करने वाले किसानों का सर्वे कराएगी सरकार
किसान नेता जोगिंदर उगराहां ने बताया कि बैठक में कृषि नीति के साथ आत्महत्या करने वाले किसानों का मुद्दा भी उठा। अब 2010 के बाद आत्महत्या करने वाले किसानों का सरकार सर्वे कराएगी। इस सर्वे के बाद उनसे संबंधित स्वजन को मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस बात को भी मान गई है कि भूमिहीन मजदूर, जिन्हें कर्जा नहीं मिलता है, उनको सोसाइटी का सदस्य बनाया जाएगा।
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