नहीं बिकी फसल, किसानों ने मंडी में ही गुजारी दीवाली की रात Ludhiana News
फसल में नमी की मात्रा बहुत ज्यादा होने के कारण किसानों की फसल की खरीद नहीं हो रही। इसी वजह से किसानों को दीवाली मंडियों में ही मनानी पड़ी।
खन्ना, जेएनएन। किसानों को इस बार की दीवाली मंडियों में ही बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसका कारण फसल में नमी की अधिक मात्रा होना रहा। इसके चलते उनकी फसल भी नहीं बिक पाई। अनाज मंडी में सैकड़ों किसान दीवाली की रात को अपनी फसल की रखवाली के लिए बोरियों पर सोए रहे। दूसरा कहीं आतिशबाजी के गिरने से उनकी फसल को नुकसान न हो, इसको लेकर भी वह चिंतित रहे। गौरतलब है कि सरकार की तरफ से धान की बिजाई 10 की बजाय 20 जून से कर दिए जाने से फसल अब हलकी सर्दी में पक कर तैयार हुई है। इस कारण फसल में नमी की मात्रा बहुत ज्यादा होने के कारण किसानों की फसल की खरीद नहीं हो रही। इसी वजह से किसानों को दीवाली मंडियों में ही मनानी पड़ी।
खन्ना और राहौण मंडी में किसान सरकार को कोसते दिखाई दिए। इससे आलू और गेहूं की बिजाई भी देरी से होगी। मंडी में फसल लेकर आए फर्जुल्लापुर के किसान बलदेव सिंह, कुलदीप सिंह इकोलाही, ईसड़ू के किसान सुरजीत सिंह ने कहा कि वे एक दिन पहले फसल लेकर आए थे पर फसल में नमी की मात्रा ज्यादा होने की वजह से खरीद नहीं हुई। दीवाली के दिन कोई भी अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया। फसल की खरीद न होने के कारण उन्हें मंडी में ही दीवाली की रात फसल की चौकीदारी कर मनानी पड़ी। वे फसल को छोड़कर घर भी नहीं जा सकते थे।
नमी के कारण नहीं हुई खरीद: हरभजन सिंह
फूड सप्लाई अधिकारी हरभजन सिंह ने कहा कि मंडी में बड़ी मात्रा में फसल आई है। मंडी में किसी भी किसान को परेशानी नहीं आने दी जा रही है। हालांकि फसल में नमी की मात्रा अधिक होने वाले किसानों को फसल की बिक्री में समस्या आई है।
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