केंद्र ने किसानों की खुशहाली पर प्रतिबंध लगाना किया शुरू
जगराओं केंद्र सरकार ने किसानों की आजादी व खुशहाली पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है।
संवाद सहयोगी, जगराओं: केंद्र सरकार ने किसानों की आजादी व खुशहाली पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है।
इसी आड़ में कृषि पैदावार संबंधी लाए गए दो ऑर्डिनेंस के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा ने प्रदेश भर में केंद्र सरकार के पुतले फूंककर रोष प्रदर्शन किए गए। इसके तहत गांव गालिब कला और कमालपुरा में भी जिला प्रधान हरदीप सिंह और महेंद्र सिंह कमालपुरा की अगुवाई में किसानों ने रोष रैलियां निकालीं । इस मौके हरदीप सिंह और महेंद्र सिंह ने कहा कि ई फार्मिग प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स ऑर्डिनेंस 2020 और इंप्रूवमेंट एंड प्रोटेक्शन एग्रीमेंट ऑन प्राइस इंश्योरेंस एंड फार्म सर्विस ऑर्डिनेंस 2020 को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। एक देश एक मंडी के आदेश से ई ट्रेडिग के माध्यम से व्यापारियों द्वारा फसलें बेचने का सब्जबाग दिखाकर असल में सरकारी खरीद को खत्म कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश में 14 करोड़ किसान परिवारों में से 85 प्रतिशत किसानो के पास महज ढाई एकड़ जमीन है, जोकि सपने में भी ई-मेल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। असल में संघी ढांचे को तोड़कर कृषि पैदावार को केंद्रित कर पूरा कंट्रोल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसियां और मंडियों का खात्मा करने पर केंद्र सरकार किसानों की लूट में और बढ़ोतरी कर रही है। इस मौके परवार सिंह गालिब, सुखदेव सिंह , बलविदर सिंह कमालपुरा, रघुवीर सिंह समेत अन्य भी उपस्थित थे। पूर्व सैनिकों ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन खन्ना: पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन खन्ना के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान कैप्टन नंद लाल माजरी और सूबेदार मेजर करनैल सिंह ने कहा कि केंद्रसरकार पूर्व सैनिकों के हकों में कटौती करना बंद करे। उनकी लंबित मांगों में वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधान कैप्टन जरनैल सिंह जलाजण की अध्यक्षता में 10 जून को होने वाली मासिक सभा लॉकडाउन के कारण इस बार रद कर दी गई है। इस मौके पर हवलदार हरी सिंह, नायक बहादुर सिंह भी उपस्थित थे।