शहीदों के परिजनों ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि, पुलिस ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
शहीदी दिवस के दौरान शहीद के परिजन पुलिस लाइन पहुंचे। इस दौरान शहीद को याद कर परिजनों की आखें नम हो गईं।
जासं, लुधियाना: शहीदी दिवस पर पुलिस और प्रशासन की तरफ से शहीदों को श्रद्धाजलि दी गई। इस दौरान पुलिस की तरफ से शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धाजलि दी गई। इस मौके पर शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया और उनकी समस्याओं के बारे में भी सुना गया। शहीदी दिवस के दौरान शहीद के परिजन पुलिस लाइन पहुंचे। इस दौरान शहीद को याद कर परिजनों की आखें नम हो गईं। कई शहीद के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से कहा कि उनके बच्चे भी पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं, ताकि देश की लिए सेवा कर सकें। इस मौके पर अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी शहीदों को शहीदों के आगे श्रद्धा सुमन भेंट कर श्रद्धाजलि दी। इस दौरान पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि 21 अक्टूबर को पूरे देश में होने वाले शहीदों को याद कर श्रद्धाजलि दी जाती है। इन शहीदों ने देश विरोधी ताकतों के खिलाफ मुकाबला कर देशवासियों की रक्षा की है। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 में लदाख में भारत के 20 जवानों पर चीन ने अचानक हमला कर दिया। इस दौरान 10 जवान शहीद हो गए और दस जवानों को बंधक बना साथ ले गए। उसके बाद से 21 अक्टूबर को पूरे देश में शहीदी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के दौर में 117 पुलिस जवान शहीद हो गए थे। उन्होंने शहीदों को श्रद्धाजलि देते हुए कहा कि आतंकवाद और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ सभी लोगों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है, ताकि देश की उन्नति और शाति बनी रहे। इस दौरान सेशन जज गुरबीर सिंह, डीसी प्रदीप अर्ग्रवाल और अन्य अधिकारी मौजूद थे। शहीदों के परिजनों ने कमिश्नर को बताई समस्याएं
शहीदी दिवस के दौरान पुलिस लाइन में पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान परिवारों को जरूरतमंद सामान भी दिया गया और उनकी दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। कुछ परिवारों की दिक्कतों को पुलिस कमिश्नर गिल ने मौके पर ही हल कर दिया। गिल ने कहा कि अगर शहीद के परिवार को किसी भी प्रकार की जरूरत होगी तो पुलिस विभाग उनके साथ हमेशा खड़ा मिलेगा।