फ्रूट-सब्जी मंडी में पार्किंग के वसूल रहे ज्यादा पैसे, विरोध में उतरे लोग
उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी फ्रूट-सब्जी मंडी में जबरन पार्किंग की वसूली की जा रही है।
डीएल डॉन, लुधियाना: उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी फ्रूट-सब्जी मंडी में जबरन पार्किंग की वसूली की जा रही है। आढ़तियों और फल-सब्जिया लेने आ रहे लोगों ने इसका विरोध किया है। लोगों ने रोष जताते कहा कि अगर मंडी बोर्ड इस माफिया राज को खत्म नहीं करता, तो संघर्ष को तेज किया जाएगा।
पार्किंग फीस देने में आनाकानी करने पर यहा तैनात कारिंदे लड़ने पर उतारू हो जाते हैं। मंडी में दुकान करने वालों का कहना है कि अधिक पार्किंग वसूली होने के कारण लोग मंडी में आने से कतराने लगे हैं। मंडी में पार्किंग का कोई स्थान फिक्स नहीं है। लोग सड़क किनारे बाइक लगाकर सब्जी लेने मंडी में जाते हैं और 100-200 की सब्जी लेकर लौटते हैं, तो पर्किंग कर्मी साइकिल वालों से 10 रुपये और मोटरसाइकिल वालों से 20 रुपये जबरन वसूल करता है। मंडी में पार्किंग ठेकेदार ने पार्किंग फीस के रेट का बोर्ड भी नहीं लगाया है। इसीलिए लोगों से अधिक वसूली की जा रही है। सब्जी लो या न लो, वाहन खड़ा करने पर पैसे देने ही पड़ेंगे
लुधियाना के जसवंत नगर निवासी केवल सोनी, दीपक कुमार ने कहा कि फ्रूट-सब्जी मंडी में पहुंचने वालों से मनमाना रेट वसूला जा रहा है। बड़े ट्रक वालों से 200 से 1000 रुपये तक, छोटा हाथी या अन्य वैन से 100 से 500 रुपये तक, मोटरसाइकिल वालों से 20 से 50 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। ग्राहकों में उमेश कुमार व कैलाश कुमार ने बताया है कि बाइक लगाने के बाद आधे घटे में सब्जी खरीदकर बाहर निकलने लगा तो पार्किंग कर्मी ने उनसे 20 रुपये जबरन वसूल किए। कर्मी ने यहां तक कह डाला कि सब्जिया लो या न लो, मोटरसाइकिल लगाने पर पार्किंग फीस देनी ही होगी। उसने 10 रुपये दिए तो कारिंदा 20 रुपये मागने लगा। सोनी ने कहा कि आधे घटे का 20 रुपये वसूलना जबरदस्ती है। पार्किंग की सही व्यवस्था भी नहीं: वालिया
फ्रूट-सब्जी मंडी में पार्किंग व्यवस्था सही बनाने की माग करते हुए रेहड़ी-फड़ी फेडरेशन के चेयरमैन जगदीश वालिया व प्रधान टाइगर सिंह ने कहा कि मंडी में पार्किंग की सही व्यवस्था हो। वहीं पार्किंग का रेट भी फिक्स हो ताकि आने-जाने वालों से जबरन और ज्यादा वसूली न हो। कारिंदे बोले, बोली अधिक होने के कारण वसूल रहे इतने पैसे
पार्किंग रेट ज्यादा वसूली के बारे में पार्किंग के कारिंदे अमन, सोनू, राकेश ने बताया कि पार्किंग की बोली महंगी हुई है। जिस कारण रेट ज्यादा वसूलना पड़ रहा है। सरकार पहले रेट फिक्स करे तो वे लोग भी पब्लिक से कम ही रेट लेंगे। उन्होंने कहा कि साइकिल के 10 रुपये, मोटरसाइकिल के 20 और बड़े वाहनों से 50 रुपये प्रति घटे के हिसाब से फीस वसूल की जा रही है। कुछ लोग ही इसका विरोध करते हैं। जबकि आम पब्लिक को परेशानी नहीं है। शिकायत मिली है, जांच करवाएंगे: चीमा
फ्रूट सब्जी मंडी में पार्किंग फीस का बोर्ड नहीं होने और जबरन अधिक वसूली के बारे में मंडी बोर्ड के सेक्रेटरी पीएस चीमा के साथ बात की। उनका कहना है कि इस संबंधी शिकायत मिली है। इसे चेक कर निर्धारित रेट बोर्ड लगवाकर सही चार्ज ही लिए जाएंगे।