उद्यमी बोले, जीएसटी व आइजीएसटी का रिफंड तुरंत दे सरकारें
सीआइसीयू की निर्यात प्रोत्साहन कमेटी की बैठक चैंबर भवन में हुई।
जासं, लुधियाना: चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कामर्शियल अंडरटेकिग्स (सीआइसीयू) की निर्यात प्रोत्साहन कमेटी की बैठक चैंबर भवन में हुई। इसकी अध्यक्षता प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने की। बैठक में पूरे विश्व में दहशत मचा रहे कोरोना वायरस के कारण निर्यात पर हो रहे असर पर मंथन किया गया। इसमें उद्यमियों ने माना कि कोरोना के चलते विभिन्न देशों से माल की आवाजाही ठप हो रही है। इसका सीधा असर कारोबार पर हो रहा है।
कमेटी के सदस्यों ने केंद्र एवं राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि जीएसटी एवं आइजीएसटी के बकाया रिफंड का भुगतान तुरंत पहल के आधार पर किया जाए। इससे आर्थिक मंदी की मार झेल रहे उद्यमियों के हाथ में पूंजी आएगी और वे चुनौती का मुकाबला बेहतर ढंग से कर पाएंगे। आहूजा ने कहा कि कोरोना के कारण दक्षिण अफ्रीकी देशों मसलन युगांडा, जांबिया एवं बुरुंडी इत्यादि देशों में निर्यातकों की पेमेंट अटक गई है। इससे भी दिक्कत आ रही है। भारतीय रिजर्व बैंक को ज्ञापन सौंपेगा चैंबर
बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक को बैंकिग संबंधी दिक्कतों के समाधान के लिए ज्ञापन देने पर भी सहमति बनी। शीघ्र ही चैंबर का प्रतिनिधिमंडल आरबीआइ को इस बाबत ज्ञापन सौंपेगा। कमेटी में सचिव जेएस भोगल ने कहा कि यदि कोरोना की समस्या लंबी चली तो इससे निर्यात बुरी तरह प्रभावित होगा और लंबे वक्त तक इसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। निर्यातकों को कर्ज के ब्याज में छूट की मांग की
कमेटी के कनवीनर राम लुभाया ने कहा कि निर्यातकों को जीएसटी रिफंड के अलावा कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इनको दूर करने के लिए चैंबर के उद्यमी डायरेक्टर जनरल फॉरेन ट्रेड, बैंक एवं कस्टम अधिकारियों से भी राबता कायम करेंगे। बैठक में सदस्यों ने मांग की है कि कोरोना से आई समस्या से निकलने के लिए निर्यातकों को कर्ज के ब्याज में पांच फीसद तक छूट दी जाए। इस अवसर पर सर्वजीत सिंह समेत कई उद्यमी मौजूद रहे।