कर्मचारियों की कमी से सड़कों पर नहीं दिख रहीं पीसीआर, गश्त पर भी पड़ेगा असर
लुधियाना में पंजाब पुलिस के पीसीआर वाहन सड़कों से गायब होते दिख रहे हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण यह समस्या झेलनी पड़ रही है।
By Sat PaulEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 02:57 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 02:57 PM (IST)
जासं, लुधियाना। पुलिस कंट्रोल रूम के अधीन चलने वाले पीसीआर के वाहन फिर से फील्ड में से गायब होने लगे हैं। त्योहारी सीजन में पीसीआर को दी गई नफरी को वापस बुला लिया गया है। पहले ही शहर में बनी 50 बीट में से 31 बीट बंद पड़ी हैं। यह नफरी वापस जाने से और बीट प्रभावित होंगी। इसका असर सीधेतौर पर लोगों को तुरंत पुलिस मुहैया करवाने की योजना पर पडऩा तय है। अगर शहर में गश्त में कमी होगी तो अपराधियों के हौसले बढेंग़े और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ेगा।
बता दें कि पुलिस के पास 50 अर्टिगा गाडि़यां हैं। इसी के हिसाब से शहर को 50 बीट में बांटा गया है। इसमें से पुलिस की ओर से शुरुआत से ही 40 गाडिय़ों को चलाया जा रहा था। अब इसमें भी कटौती होने लगी है।
पहले ही 11 गाडिय़ां थानों में
पुलिस के पास थानों में सरकारी वाहन नहीं हैं और पीसीआर के पास नफरी की कमी है। इसे देखते हुए पहले ही 11 गाडिय़ां पुलिस थानों या फिर चौकियों में दी जा चुकी हैं। बीच में एक बार पुलिस कमिश्नर के आदेश पर इन्हें थानों से वापस ले लिया गया था। मगर पीसीआर इसे सही ढंग से चला नहीं पाया और फिर से इन्हें थानों को दे दिया गया।
ट्रेनिंग सेंटर फिल्लौर ने वापस मांगे कर्मचारी
त्योहारी सीजन को देखते हुए फिल्लौर ट्रेनिंग सेंटर से 49 कर्मचारियों को लुधियाना पीसीआर में तैनात किया गया था। दीपावली निकलते ही शनिवार को पीसीआर कार्यालय में आदेश पहुंच गए हैं कि इन्हें तुरंत रिलीव कर दिया जाए। ये जवान पीसीआर की दस गाडिय़ों का शिफ्ट वाइज चलाते थे। यही नहीं कार्यालयों से जिन 67 कर्मचारियों को पीसीआर में बदला गया था, उसमें से भी बड़ी संख्या ने वहां ज्वाइन नहीं किया है। अफसरों की मेहरबानी से वह कार्यालयों से रिलीव ही नहीं हुए, जो आए हैं वह अपनी बदली फिर से कार्यालयों में करवाने के लिए जोर अजमाइश कर रहे हैं।
पहले ही 12 घंटे की ड्यूटी, प्रभावित होगा गश्त का काम
पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में गश्त का काम प्रभावित होने वाला है। क्योंकि पीसीआर के मुलाजिम पहले ही आठ घंटे की जगह 12 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं। अगर कर्मचारी कम किए जाते हैं तो इसका सीधा असर गश्त पर पड़ेगा।
प्रभावित नहीं होने देंगे गश्त का काम : एडीसीपी
एडीसीपी हेडक्वार्टर लुधियाना दीपक पारीक का कहना है कि कर्मचारी तो आते-जाते रहते हैं। इससे काम प्रभावित नहीं होने देंगे। गश्त का काम रूटीन में चलेगा और लोगों तक पुलिस सही समय पर पहुंचेगी। मुझे नहीं पता, फिल्लौर वालों ने कर्मचारी वापस बुलाए हैं, अगर बुलाए होंगे तो इनकी जगह और व्यवस्था की जाएगी।
बता दें कि पुलिस के पास 50 अर्टिगा गाडि़यां हैं। इसी के हिसाब से शहर को 50 बीट में बांटा गया है। इसमें से पुलिस की ओर से शुरुआत से ही 40 गाडिय़ों को चलाया जा रहा था। अब इसमें भी कटौती होने लगी है।
पहले ही 11 गाडिय़ां थानों में
पुलिस के पास थानों में सरकारी वाहन नहीं हैं और पीसीआर के पास नफरी की कमी है। इसे देखते हुए पहले ही 11 गाडिय़ां पुलिस थानों या फिर चौकियों में दी जा चुकी हैं। बीच में एक बार पुलिस कमिश्नर के आदेश पर इन्हें थानों से वापस ले लिया गया था। मगर पीसीआर इसे सही ढंग से चला नहीं पाया और फिर से इन्हें थानों को दे दिया गया।
ट्रेनिंग सेंटर फिल्लौर ने वापस मांगे कर्मचारी
त्योहारी सीजन को देखते हुए फिल्लौर ट्रेनिंग सेंटर से 49 कर्मचारियों को लुधियाना पीसीआर में तैनात किया गया था। दीपावली निकलते ही शनिवार को पीसीआर कार्यालय में आदेश पहुंच गए हैं कि इन्हें तुरंत रिलीव कर दिया जाए। ये जवान पीसीआर की दस गाडिय़ों का शिफ्ट वाइज चलाते थे। यही नहीं कार्यालयों से जिन 67 कर्मचारियों को पीसीआर में बदला गया था, उसमें से भी बड़ी संख्या ने वहां ज्वाइन नहीं किया है। अफसरों की मेहरबानी से वह कार्यालयों से रिलीव ही नहीं हुए, जो आए हैं वह अपनी बदली फिर से कार्यालयों में करवाने के लिए जोर अजमाइश कर रहे हैं।
पहले ही 12 घंटे की ड्यूटी, प्रभावित होगा गश्त का काम
पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में गश्त का काम प्रभावित होने वाला है। क्योंकि पीसीआर के मुलाजिम पहले ही आठ घंटे की जगह 12 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं। अगर कर्मचारी कम किए जाते हैं तो इसका सीधा असर गश्त पर पड़ेगा।
प्रभावित नहीं होने देंगे गश्त का काम : एडीसीपी
एडीसीपी हेडक्वार्टर लुधियाना दीपक पारीक का कहना है कि कर्मचारी तो आते-जाते रहते हैं। इससे काम प्रभावित नहीं होने देंगे। गश्त का काम रूटीन में चलेगा और लोगों तक पुलिस सही समय पर पहुंचेगी। मुझे नहीं पता, फिल्लौर वालों ने कर्मचारी वापस बुलाए हैं, अगर बुलाए होंगे तो इनकी जगह और व्यवस्था की जाएगी।
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