भगवान की शोभा सच्चे भक्तों से होती है: साध्वी सत्प्रेमा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा गॉड ब्राह्मण धर्मशाला न्यू विष्णुपुरी में आयोजित चार दिवसीय श्री हरि कथा के अंतिम दिवस की शुरूआत पार्षद सुनीता शर्मा सीमा शर्मा भाजपा नेता बलराज शर्मा सतबीर शर्मा द्वारा ज्योति प्रज्वलित कर की गई।
संस, लुधियाना : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने गॉड ब्राह्मण धर्मशाला, न्यू विष्णुपुरी में चार दिवसीय श्री हरि कथा का आयोजन किया। अंतिम दिवस की शुरुआत पार्षद सुनीता शर्मा, सीमा शर्मा, भाजपा नेता, बलराज शर्मा, सतबीर शर्मा ने ज्योति प्रज्वलित कर की। इस अवसर पर साध्वी सत्प्रेमा भारती ने कहा कि जैसे एक वृक्ष की शोभा उसके मीठे फलों से होती है, ऐसे ही भगवान की शोभा भी उनके सच्चे भक्तों से होती है। इतिहास साक्षी है कि भगवान का नाम आए और उनके भक्तों का नाम न आए ऐसा तो हो ही नहीं सकता। जब-जब श्री कृष्ण जी का नाम आएगा, उनके भक्त सुदामा, अर्जुन, गोपियां, गवाले, उद्धव , विधुर आदि का नाम तो आएगा ही। इस कलिकाल में प्रभु के एक प्रिय भक्त हुए हैं, जिनका नाम था नामदेव जी। उनकी बचपन से विट्ठुल के चरणों से बहुत प्रीति थी। अपनी कोई भी समस्या होती। वह पल भर की देरी किए बिना, अपने विट्ठुल के पास पहुंच जाते। उन्हें अपनी सारी समस्या बताते तो भगवान भी अपने भक्त के प्रेम में बंध जाते हैं। उन्होंने कहा कि नामदेव भक्ति की यात्रा संत विसोबा खेचर के द्वारा पूर्ण होती है। वह उन्हें आत्म ज्ञान प्रदान करते हैं। इतिहास कहता है कभी इसी प्रेम के कारण भगवान ने शबरी के जूठे बेर खाए, तो कभी गोपियों के समक्ष नृत्य भी किया। नामदेव जी भी बहुत प्रभु से प्रेम करते थे। भगवान ने अनेकों बार अपने दिव्य दर्शन भी दिए। अंत में ललित मोहन, नरिदर कुमार, दर्शन लाल कोचर ने प्रभु की पावन आरती कर कथा को विश्राम दिया।