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पंचायत चुनाव: बैलेट पेपर से चुनाव चिन्ह गायब, विरोध के बावजूद हुई पोलिंग

जैसे ही पंच के उम्मीदवार अपनी वोट का इस्तेमाल करने गए तो पता चला कि उनके बेलेट पेपर में उनके चुनाव चिन्ह ही नहीं हैं। वह किसी अन्य वार्ड के बेलेट पेपर पर थे जिसके बाद विवाद हो गया।

By Edited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 07:30 AM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 10:24 AM (IST)
पंचायत चुनाव: बैलेट पेपर से चुनाव चिन्ह गायब, विरोध के बावजूद हुई पोलिंग
पंचायत चुनाव: बैलेट पेपर से चुनाव चिन्ह गायब, विरोध के बावजूद हुई पोलिंग

दिलबाग दानिश, लुधियाना। गांव धांदरां के तीन वार्डो के पंच के सात उम्मीदवारों के बैलेट पेपर से उनके चुनाव चिन्ह ही गायब थे। धांदरां के 11 वार्ड में पांच सरपंच और 11 पंचों का चुनाव हुआ है, जिसके लिए धांदरां के ही सरकारी स्कूल में पोलिंग की गई। सुबह जैसे ही पंच के उम्मीदवार अपनी वोट का इस्तेमाल करने गए तो पता चला कि उनके बैलेट पेपर में उनके चुनाव चिन्ह ही नहीं हैं। वह किसी अन्य वार्ड के बैलेट पेपर पर थे जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया और उम्मीदवार चुनाव रोकने की मांग करने लगे। मगर रिटर्निंग अफसर ने इन्हीं उल्टे पल्टे बैलेट पेपर पर पोलिंग करवा दी। देर रात तक इन चार वार्डो का चुनाव प्रणाम घोषित नहीं किया गया था।

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उम्मीदवारों का कहना है कि चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं, जबकि रिटर्निग अफसर का कहना है कि पोलिंग हुई है। मगर रिजल्ट क्यों नहीं दिया जा रहा, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। इन वार्डो में हुई गड़बड़ी बता दें कि वार्ड नंबर 1, 2 और चार के उम्मीदवारों के बैलेट पेपर में यह गडबड़ हुई है। वार्ड नंबर 1 से चुनाव लड़ रहे ध¨रदर ने बताया कि उनका चुनाव चिन्ह वार्ड चार के बेलेट पेपर में, वार्ड 2 से गुलीनिया का चुनाव चिन्ह वार्ड पांच में चला गया, वार्ड दो से ही नीलू का चुनाव चिन्ह वार्ड नंबर चार के बेलेट पेपर में चला गया, यही नहीं वार्ड नंबर सात से उम्मीदवार धरेंद्र कुमार मिश्रा का चुनाव चिन्ह सात नंबर के बेलेट पेपर की बजाय चार नंबर में आ गया।

चुनावी रणनीति का हिस्सा या चूक

इस पूरे प्रकरण के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह पूरा प्रकरण चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। प्रताड़ित हुए उम्मीदवारों का कहना है कि वह प्रभावी उमीदवार थे और उनके वोटरों को परेशान करने की मंशा से उनके नाम और चुनाव चिन्ह दूसरे बैलेट पेपर में दिए गए हैं ताकि दूसरे पक्ष के लोगों को जिताया जा सके। अनीता देवी, गुलनिया देवी आदि का कहना है कि उन्हें बताया गया है कि चुनाव रद्द कर दिया गया अगर चुनाव का परिणाम दिया गया तो वह जिला चुनाव अधिकारी को शिकायत करेंगे अगर फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

मुझे पोलिंग का आदेश हुआ करवा दी: रिटर्निंग अफसर

रिटर्निंग अफसर अंशुल गरचा का कहना है कि हां कुछ गड़बड़ी हुई थी, चुनाव चिन्ह इधर-उधर हुए हैं, मगर अधिकारियों के आदेश के बाद पोलिंग करवाई गई है। इस संबंधी जिला चुनाव अधिकारी ही बता सकते हैं।


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