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नोटबंदी अच्छा कदम पर लागू करने का तरीका गलत

समय 2 बजकर 25 मिनट स्थान लुधियाना रेलवे स्टेशन। अमृतसर से जयनगर बिहार जाने वाली शहीद एक्सप्रेस तय समय से दस मिनट देरी से चल रही थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 May 2019 08:00 AM (IST)Updated: Sun, 05 May 2019 08:00 AM (IST)
नोटबंदी अच्छा कदम पर लागू करने का तरीका गलत
नोटबंदी अच्छा कदम पर लागू करने का तरीका गलत

राजेश शर्मा, लुधियाना

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समय 2 बजकर 25 मिनट, स्थान लुधियाना रेलवे स्टेशन। अमृतसर से जयनगर बिहार जाने वाली शहीद एक्सप्रेस तय समय से दस मिनट देरी से चल रही थी। हमारा काम था यात्रियों के साथ कुछ समय बिताते हुए उनसे चुनावी चर्चा करते हुए उनकी राय जानने का। हमारा सफर था लुधियाना से खन्ना तक का। गाड़ी सरकनी शुरू हुई तो चर्चा हमने ही छेड़ दी। सहयात्री थे फिरोजपुर निवासी विशाल लाकड़ा। फार्मा कंपनी में रीजनल सेल्स मैनेजर हैं और मीटिग के सिलसिले में दिल्ली जा रहे हैं।

केंद्र सरकार की विदेश नीतियों से प्रभावित विशाल मानते हैं कि कठोर निर्णय लेने वाला प्रधानमंत्री देश को चाहिए था जो नरेंद्र मोदी के रूप में देश को मिल गया। दुरगामी प्रभाव वाले इन निर्णय का प्रभाव आने वाले वर्षो में जरूर देखने को मिलेगा। लाकड़ा जीएसटी को क्रांतिकारी कदम मानते हैं साथ ही कहते हैं कि यह जल्दबाजी में लागू किया गया। इसकी अभी तैयारी करनी चाहिए थी। सामने की सीट पर बैठे जालंधर के अजय शर्मा भी दिल्ली जा रहे हैं। नोटबंदी को अच्छा लेकिन इसें लागू करने के तरीके को वह सही नहीं मानते। इसके बावजूद वह केंद्र सरकार को दस में से दस नंबर दे रहे हैं।

अजय शर्मा का कहना है कि अब देश बदल गया है। पहले आतंकी हमले की सिर्फ निदा होती थी लेकिन अब घर में घुसकर मारा जाता है। इसके चलते विश्व में हमारी जो दब्बू किस्म की इमेज बनी थी उसमें सुधार आया है। बातचीत का सिलसिला चला तो एक महिला सहयात्री रामप्यारी भी बातचीत में शामिल हो गई। इन्हें लुधियाना से दिल्ली जाना है। मोदी सरकार की नीतियों की बात करते हुए कहती है कि पटरी से उतर चुके देश को वापस पटरी पर लाने के लिए कुछ समय तो चाहिए ही। लेकिन नोटबंदी के प्रति रामप्यारी की राय की अच्छी नहीं है। वह मानती है कि इससे लोगो को परेशान होना पड़ा जबकि नतीजे वैसे नहीं मिले। बड़ी बातों से वोटें हथियाने का हो रहा प्रयास पर आज का वोटर जागरूक: नरेश

एक और सहयात्री कारोबारी नरेश कुमार की बातचीत में शामिल हो गए। जालंधर से ट्रेन में बैठे नरेश को अंबाला तक जाना है। उनका कहना है कि चुनावी माहौल में जिस किस्म की बातें पार्टियां कर रही हैं जरुरी नहीं है उससे सहमत हुआ जाए। बड़ी-बड़ी उपलब्धियां बताकर वोट हथियाने का प्रयास हो रहा है। पर वोटर अब जागरूक हैं। ऐसे में सभी को किसी की बातों में न आकर अपने विवेक के जरिए वोट करनी चाहिए। साथ ही नरेश कहते है कि वह नहीं चाहते उनके विचार व फोटो प्रकाशित हो वह किसी के निशाने पर आए। इसलिए उन्होंने फोटो में आने से ही इंकार कर दिया।

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