Eid-Ul-Fitr 2022: पंजाब में हजाराें की तादाद में मुस्लिम समुदाय ने अदा की ईद की नमाज, गले लगकर दी मुबारकबाद
Eid Al Fitra 2022 पंजाब में मंगलवार काे ईद मनाई गई। मुस्लिम भाईचारा के अलावा धार्मिक राजनीतक व समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने समागम में शिरकत की और मुस्लिम भाईचारे को गले लगकर ईद की शुभकामना दी।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट/लुधियाना। Eid Al Fitra 2022: सोमवार की शाम शव्वाल का चांद दिखाई देने के बाद मंगलवार सुबह ईद मनाई गई। जिले का मुख्य समागम फरीदकोट शहर स्थित एतिहासिक ईदगाह में हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मुस्लिम भाईचारा के अलावा धार्मिक, राजनीतक व समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने समागम में शिरकत की, और मुस्लिम भाईचारे को गले लगकर ईद की शुभकामना दी। रमजान के पाक महीने के बाद अमन और भाईचारे का पैगाम लेकर आता है।
उधर, लुधियाना के फील्डगंज चौक स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद सहित शहर की सभी मस्जिदों में बड़ी संख्या में मुस्लमानों ने ईद-उल-फितर की नमाज अदा की। शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी की अगुवाई में नमाज अदा करने से पहले जामा मस्जिद में भाईचारक परंपरा के अनुसार सभी धर्मो से संबंध रखने वाले सामाजिक और राजनीतिक लोगों ने अपने मुस्लमान भाइयों को ईद की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर बीती 10 सितंबर को दुनिया से रुखसत हुए मरहूम पूर्व शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी को याद करते हुए उनके लिए विशेष दुआ करवाई गई।
ईद के दिन लोग नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगते हैं। सऊदी अरब में भी रविवार को चांद नहीं दिखाई दिया, जिसके चलते वहां भी ईद 3 मई को मनाई गई। वैसे ऐसा कम ही देखा गया है क्योंकि अक्सर सऊदी अरब में पहले चांद दिख जाता है और भारत में उसके बाद। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान हाजी दिलावर हुसैन ने बताया कि ईद का माह लोगों को खुदा के नजदीक ले जाने का मौका देता है। सभी रोजेदार अल्लाह तबारक व ताला के बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क की अमन चैन के लिए दुआएं मांगते हैं।
उन्होंने बताया कि रमजान-उल-मुबारक का यह पाक व पवित्र महीना रहमतों व बरकतों से भरपूर है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है। इस प्रकार का इफ्तार पार्टी का आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि रमजान-उल-मुबारक को तीन अशरा (हिस्से) में बांटा गया है। पवित्र माह रमजान का पहला अशरा बरकतों का, दूसरा अशरा ग्यारहवीं रमजान से बीस रमजान तक मगफिरत का तथा 21वीं रमजान से तीस रमजान तक जहन्नुम से आजादी का है।
सामाजिक भाईचारे और सदभावना का पर्व ईदः विधायक सेखो
फरीदकोट के विधायक गुरदित्त सिंह सेखो ने ईदगाह में ईद के पवित्र दिवस पर मुस्लिम भाईचारे को बधाई देते कहा कि ईद सामाजिक सद्भावना और भाईचारे का पवित्र त्योहार है। रमजान के महीने में कठिन उपवास के बाद ईद का मुकदस दिन आता है। इसमें परिवार, रिश्तेदार और मित्र मिलकर बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ इस दिन को मनाते है। हकीकत में इस त्योहार को मनाने की परंपरा हजरत मोहम्मद साहिब ने खुद शुरू की थी, तब से इस मुकदस दिन को बड़े अदबो-अदाब के साथ मनाया जाता है।