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शिक्षा की लौ के आगे पिघल रही कोरोना की चेन

देशभर में लोग कोरोना के खौफ से घरों में कैद हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 07:00 AM (IST)
शिक्षा की लौ के आगे पिघल रही कोरोना की चेन
शिक्षा की लौ के आगे पिघल रही कोरोना की चेन

जितेंद्र सिंह, लुधियाना

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देशभर में लोग कोरोना के खौफ से घरों में कैद हैं। राज्य में भी क‌र्फ्यू लगने के बाद से स्कूल-कॉलेज बंद और बोर्ड एग्जाम स्थगित कर दिए गए हैं। ऐसे में शिक्षा की लौ कहीं बुझ न जाए इसलिए विभाग ने एक अनूठी पहल शुरू की है। इन दिनों शिक्षक वाट्सएप, ई-कंटेंट एप और वाट्सएप के माध्यम से छात्रों को पढ़ा रहे हैं। सब्जेक्ट टीचर्स वाट्सएप पर सैंपल पेपर और डेली टेस्ट असाइनमेंट देकर उनका मूल्यांकन भी कर रहे हैं। छात्रों को जो भी कन्फ्यूजन है उसे टीचर्स वाट्सएप और फोन पर दूर कर रहे हैं। इसके अलावा कोरोना से बचने की जानकारी भी रोजाना वाट्सएप पर सभी टीचर्स बच्चों को दे रहे हैं । ऐसे समझिए: कैसे चल रहा है दो चरणों में काम

पहले चरण में शिक्षा विभाग की ओर से आने वाली गाइडलाइंस को वाट्सएप के जरिए डीईओ सेकेंडरी को पास किया जा रहा है। उसके बाद वह सामग्री प्रिंसिपल तक फिर वहां से शिक्षकों तक पहुंच रही है, जबकि दूसरे चरण में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जा रहा है। डिस्ट्रिक्ट व ब्लॉक मेंटर हैं मीडिएटर

डिस्ट्रिक्ट मेंटर व ब्लॉक मेंटर के माध्यम से सारी स्टडी सामग्री प्रिसिपल और फिर वहां से सब्जेक्ट टीचर्स तक पहुंच रही हैं। प्रत्येक दो विषय पर एक और कुल मिलाकर तीन जिला मेंटर कार्य कर रहे हैं, जिनके अंडर शहर के 532 स्कूल आते हैं। शहर के 19 ब्लॉकों के मेंटर प्रिसिपल के माध्यम से टीचर्स तक स्टडी सामग्री पहुंचा रहे हैं। यू-टयूब व वाट्सएप से पढ़ाई

ई-कंटेंट एप से स्टडी मटीरियल, यू ट्यूब के लिक्स और शिक्षकों द्वारा बनाए गए अपने वीडियो वाट्सएप और मेल पर भेजकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। स्कूलों की ओर से वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जिस पर बच्चों को स्टडी मटीरियल मिल रहा है। 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को सैंपल पेपर

बोर्ड परीक्षाएं स्थगित होने के बाद छात्र पढ़ाई से दूर न हों और इसका असर रिजल्ट पर न पडे़ इसके लिए टीचर्स सैंपल पेपर और डेली टेस्ट असाइनमेंट वाट्सएप पर दे रहे हैं। छात्रों की जो भी क्योरी है उसे वाट्सएप व फोन पर दूर भी कर रहे हैं। शिक्षिकाएं निभा रही शिक्षा का धर्म

शिक्षिकाएं आज कल घर पर दोहरी जिम्मेदारी उठा रही हैं। पहले तो घर की जिम्मेदारी फिर समय निकालकर न्यू सेशन के छात्रों को स्टडी मटीरियल तैयार करके दे रही हैं। शिक्षा सचिव भेज रहे ऑडियो मैसेज

शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार भी फोन पर ऑडियो मैसेज भेज शिक्षकों को जागरूक कर रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चे किसी तरह से पढ़ाई में पीछे ना रह जाएं इसके लिए उन्हें लगातार इं-कंटेंट भेजते रहें। साथ ही कोरोना के बारे में भी जागरूक करें। डायरेक्टर एससीईआरटी की तरफ से जो भी गाइडलाइंस आ रहीं हैं उनका चरणबद्ध तरीके से पालन कराया जा रहा है। जिला मेंटर और ब्लॉक मेंटर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला मेंटर से ब्लॉक मेंटर, वहां से प्रिसिपल फिर टीचर्स तक सपोर्टिव स्टडी सामग्री मुहैया करा रहे हैं। साथ ही रोजाना छात्रों को कोरोना से बचने के उपाय भी शिक्षकों के माध्यम से भेजना सुनिश्चित कराया जा रहा है।

-डॉ जरनैल सिंह, असिस्टेंट डायरेक्टर स्टेट काउंसिल एजुकेशन एंड रिसर्च ट्रेनिग (एससीईआरटी) क्वालिटी सपोर्टिव स्टडी सामग्री ब्लॉक मेंटर के माध्यम से प्रिसिपल और फिर वहां से सब्जेक्ट टीचर्स तक पहुंच रहे हैं, जिससे छात्र पढाई कर सकें और बिजी रहें।

-सुबोध वर्मा, जिला मेंटर अंग्रेजी और सोशल साइंस विषय अंग्रेजी विषय से संबंधित स्टडी मटीरियल तैयार कर रही हूं। इसके अलावा कक्षा छह से दस तक के छात्रों को ग्रामर से संबंधित यू-टयूब लिक्स, विषय संबंधित अपने पुराने वीडियो और ई-कंटेंट एप से मैटर लेकर वाट्सएप पर भेज रही हूं। इसके अलावा फोन पर जो भी छात्रों को कनफयूजन है उसे दूर कर रही हूं। साथ ही साथ रोजाना छात्रों को कोरोना से बचने के उपाय का मैसेज भी सेंड कर रही हूं ।

-अंग्रेजी शिक्षिका गवर्नमेंट स्कूल


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