सरकारी स्कूलों का रिजल्ट सुधारने के लिए सैंपल पेपर का शॉर्टकट, जानें क्या है पूरा मामला
सरकारी स्कूलों की कारगुजारी सुधारने के लिए एक तरफ शिक्षा विभाग स्कूलों को स्मार्ट बनाने में जुटा है।
जेएनएन, लुधियाना : सरकारी स्कूलों की कारगुजारी सुधारने के लिए एक तरफ शिक्षा विभाग स्कूलों को स्मार्ट बनाने में जुटा है। दूसरी तरफ बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट सुधारने के लिए विभाग शॉर्टकट अपना रहा है। विभाग सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बेहतर बनाने के लिए सैंपल पेपरों की आड़ ले रहा है, ताकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी अच्छे अंक हासिल कर सकें। दरअसल शिक्षा विभाग ने इस साल सरकारी स्कूलों के टीचर्स को कुछ सैंपल पेपर भेजे थे। उसमें से विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करवाने के आदेश दिए। बोर्ड ने जो सैंपल पेपर जारी किए थे, उनमें से ही सभी प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए सभी विषयों के सैंपल पेपर तैयार करवाए और फिर टीचर्स को भेजे। उनको हिदायत दी कि विद्यार्थियों को इन सभी सैंपल पेपरों की तैयारी करवाई जाए। टीचर्स ने भी ऐसा ही किया। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई तो प्रश्नपत्र देखकर बच्चों के चेहरे खिल उठे, क्योंकि दसवीं और बारहवीं कक्षा के पेपरों में पूछे गए ज्यादातर प्रश्न उन्हीं सैंपल पेपरों में से थे।
सैंपल पेपरों से ही इस बार आए प्रश्न
सोमवार को दसवीं कक्षा का साइंस का पेपर था। इसमें सभी प्रश्न विभाग की तरफ से दिए गए सैंपल पेपरों में से पूछे गए थे। इससे पहले अंग्रेजी के प्रश्नपत्र और गणित में 70 फीसद प्रश्न भी सैंपल पेपरों से पूछे गए थे। जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं कक्षा के पांच-पांच सैंपल पेपर दिए गए थे। विभाग की इस कवायद से सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बेहतर आने की आस है।