डाइंग यूनिटों से निकल रहे जहर के गुब्बार, सेंट्रल जेल के कैदी हो रहे गंभीर बीमार
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सेंट्रल जेल लुधियाना के आसपास क्षेत्र में लगी डाइंग यूनिटों संबंधी रिपोर्ट मांगी है।
जासं, लुधियाना। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सेंट्रल जेल लुधियाना के आसपास क्षेत्र में लगी डाइंग यूनिटों संबंधी रिपोर्ट मांगी है। इन डाइंग यूनिटों की तरफ से कथित तौर पर छोड़ी जा रही खतरनाक गैसों व प्रदूषण के कारण जेल में बंद कैदियों व हवालातियों की सेहत पर पड़ रहे बुरे असर की रिपोर्ट पर पंजाब सरकार को 14 मई के लिए नोटिस जारी किया गया है।
जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल में बंद हवालातियों व कैदियों की तरफ से एक लिखित शिकायत जेल सुपरिंटेंडेंट को दी गई थी। इसे जेल सुपरिंटेंडेंट ने सेशन जज के समक्ष पेश किया था। उसके बाद सेशन जज ने अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेजी थी। जिला एवं सेशन जज लुधियाना की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने इसे जनहित याचिका के रूप में स्वीकार करते हुए कार्रवाई करने का मन बनाया है। इस संबंध में उन्होंने कोर्ट की सहायता के लिए वरिष्ठ वकील एससी अरोड़ा को हाईकोर्ट की तरफ से इसमें सहायता के लिए वकील नियुक्त किया है।
200 डाइंग मिलें चल रही जेल परिसर के निकट
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान पंजाब के एडवोकेट जनरल भी वहां मौजूद थे। शिकायत के मुताबिक जेल परिसर के निकट करीब 200 डाइंग मिलें चल रही हैं। रोजाना जहरीलीं गैसें छोड़ी जा रही हैं, जो जेल में बंद कैदियों के लिए हानिकारक है। उपरोक्त जहरीली गैसों के कारण कई कैदी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो चुके हैं। कई कैदी काला पीलिया, दमा और आंखों की बीमारियों से पीड़ित हैं।
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