रेलवे को भारी पड़ रहा जीएसटी, माल बुकिंग में 60 फीसद की गिरावट
जीएसटी के कारण रेलवे में माल बुकिंग काफी कम हो गई है। इसमें लगभग 60 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, इसके कारण कुलियों को काम भी नहीं मिल रहा।
लुधियाना [डीएल डॉन]। जीएसटी के चक्कर में रेलवे से माल भेजने का काम ठप होकर रह गया है। इन दिनों रेल से महज 20 प्रतिशत माल बुकिंग हो रहा है। बुकिंग का 80 प्रतिशत राजस्व कम हो चुका है, जिससे अब तक रेलवे को करीब तीन करोड़ का नुकसान हो चुका है।
अधिकारी कहते हैं कि रेलवे परिसर में माल आने से पहले सेल टैक्स, इनकम टैक्स की चेकिंग ज्यादा हो रही है जिससे व्यापारी रेल से माल भेजने के बजाय रोड ट्रांसपोर्ट से भेज रहे हैं। पिछले वर्ष नवंबर में माल गोदाम रेल परिसर फुल होता था, जबकि इन दिनों गोदाम खाली है। अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर तीन महीने होजरी का सीजन होता है इन दिनों में नवंबर मेन है।
दो वर्ष पूर्व स्टेशन पर माल रखने का जगह नहीं होती थी आज परिसर खाली है। गत सालों में नवंबर में रोजाना 150 से 200 वीपी (माल बोगी) की खपत हो जाती थी, जबकि इन दिनों माल बोगी खाली जा रही हैं। माल बुकिंग करने वाले कर्मचारी फ्री बैठे हैं। पहले यहां बाहरी श्रमिकों को भी ठेके पर लाया जाता था लेकिन अभी कुली को ही काम नहीं मिल रहा है।
रेलवे को करोड़ों का घाटा
माल की बुकिंग कम होने से वर्ष 2017 में रेलवे को करोड़ों का घाटा हो चुका है और आगे भी कोई राहत की उम्मीद नहीं दिख रही है। वहीं व्यापारी वही माल बुक करवाने आ रहे हैं जो काफी दूर जाना है और रोड ट्रांसपोर्ट में उन्हें परेशानी हो रही है। रेलवे अधिकारी परम पाल सिंह का कहना है कि इस वर्ष रेल से माल की बुकिंग महज 20 प्रतिशत बची है। व्यापारी रेल की बजाय ट्रांसपोर्ट से माल भेज रहे हैं जिससे रेल को करोड़ों का नुकसान हो चुका है।
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