नशा नहीं मिला, किशोरी ने काउंसलिंग सेंटर के बाथरूम में जाकर निगला डिटॉल
लड़की का कपूरथला के नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज कराया गया था। वहां से वह ठीक होकर आ गई थी। दो दिन के लिए घर चली गई थी। वहां उसने फिर नशा लेना शुरू कर दिया।
मोगा, जेएनएन। काउंसलिंग के लिए 'सखी वन स्टॉप सेंटर' में दूसरी बार पहुंची एक किशोरी ने नशा न मिलने पर बाथरूम में रखा डिटॉल पी लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसे सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार है।
जिला प्रोग्राम अधिकारी गुरचरण सिंह ने बताया कि किशोरी 17 साल की है और नशे की आदी थी। उसका कपूरथला के नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज कराया गया था। वहां से वह ठीक होकर आ गई थी। उसने नशा छोड़ दिया था। दो दिन के लिए घर चली गई थी। वहां उसने फिर नशा लेना शुरू कर दिया था, बाद में उसे फिर 'सखी वन स्टॉप सेंटर' में काउंसलिंग के लिए लाया गया। यहां मंगलवार शाम से ही वह नशे की मांग कर रही थी, लेकिन उसकी लगातार काउंसलिंग की जाती रही। सुबह जब वह बाथरूम गई तो उसने वहां रखी डिटॉल की शीशी मुंह में उड़ेल ली। किशोरी को तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नशा न मिलने पर पिता के साथ की गाली-गलौज
किशोरी की मां नहीं है। तीन दिन पहले ही वह पिता के साथ घर चली गई थी। घर में नशा न मिलने पर मंगलवार शाम को उसने पिता व भाई के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी थी। परेशान होकर किशोरी का भाई उसे रात को सेंटर में छोड़ गया था।
डीसी ने नौकरी देने का वादा कर किया था प्रोत्साहित
जिला प्रोग्राम अधिकारी गुरचरण सिंह ने बताया कि किशोरी जब नशा छोड़ चुकी थी, तो डीसी ने भी उसे प्रोत्साहित किया था कि वह हमेशा ऐसे ही रहे तो उसे वे बालिग होने पर नौकरी दिलवा देंगे। उस समय किशोरी काफी अच्छा महसूस कर रही थी, लेकिन घर जाते ही फिर से उसे नशा दिखने लगा। अब उसकी नियमित रूप से काउंसलिंग की जाएगी।
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