ई-फार्मेसी के विरोध में विक्रेताओं की हड़ताल के कारण 28 को नहीं मिलेंगी दवाइयां
ऑल इंडिया आर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्टस एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर प्रदेश के सभी दवा विक्रेता 2
जासं, लुधियाना : ऑल इंडिया आर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्टस एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर प्रदेश के सभी दवा विक्रेता 28 सितंबर को हड़ताल करेंगे। इस दिन राज्य में 24 हजार दवा की दुकानें बंद रहेंगीं। यह बंद केंद्र सरकार की ओर से लाए जा रहे ई-फार्मेसी बिल के विरोध किया जा रहा है। दवा विक्रेताओं का कहना है कि इससे जहां नशेड़ियों की तादाद बढ़ेगी, वहीं दूसरी और हजारों दुकानदार भी प्रभावित होंगे।
पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष जीएस चावला और महासचिव सु¨रद्र दुग्गल ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री के लिए ई-फार्मेसी के लिए बिल ला रही है। 12 अक्तूबर को लोकसभा में इसे पास करने की तैयारी कर ली है। मगर उनकी एसोसिएशन पिछले लंबे समय से इसे रद्द करने की मांग कर रही है। इसी को लेकर ही उनकी ओर से 30 जुलाई को भी बंद किया गया था। मगर इसका भी असर सरकार पर नहीं हुआ है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यह कहना भी सही नहीं है कि केमिस्ट अपनी मनमर्जी के रेट पर दवा बेच रहे हैं। किसी भी दवा का रेट ड्रग कंट्रोल विभाग तय करता है, अगर दवा को सस्ता बेचना है कि इसके लिए रेट तय करने होंगे। वह भी चाहते हैं कि डिस्काउंट सिस्टम बंद होना चाहिए।
दुग्गल ने बताया कि 20 से 27 सितंबर तक दुकानदार अपनी बाजू और कंधे पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे और 28 तारीख को दुकानें बंद की जाएंगी और दिल्ली जंतर मंतर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। संस्था की ओर से आज दोपहर के समय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों से भी मीटिंग की गई है कि वह भी अपने आउटडोर बंद रखकर अस्पतालों की फार्मेसी नहीं चलाएं।