नशा छुड़ाओ केंद्र का बिट्टू ने लिया जायजा, पुलिस की निगरानी में होगा इलाज
सविल अस्पताल में अचानक डोप टेस्ट करवाने पहुंचे सांसद रवनीत सिंह बिंट्टू ने लैब के अंदर एक घंटे तक एसएमओ और कई डॉक्टरों से नशा छुड़ाओ केंद्र का हाल जाना।
जासं, लुधियाना : सिविल अस्पताल में अचानक डोप टेस्ट करवाने पहुंचे सांसद रवनीत सिंह बिंट्टू ने लैब के अंदर एक घंटे तक एसएमओ और कई डॉक्टरों से नशा छुड़ाओ केंद्र का हाल जाना। इस दौरान नशेड़ी युवाओं के इलाज के लिए डॉक्टरों से जानकारी भी ली, जिसमें नशा छुड़ाओ केंद्र में कई खामियों के बारे में सांसद बिंट्टू को पता चला। उन्होंने माना कि अकाली-भाजपा सरकार में शुरू हुए नशा छुड़ाओ केंद्र खुद ही नशे के अड्डे बन गए थे। क्योंकि नशेड़ियों ने वहां के कुछ मुलाजिमों को अपने साथ मिला लिया था और नशा करते रहे। उन्होंने कहा कि इन नशा छुड़ाओ सेंटरों के बाहर पुलिस मुलाजिमों को तैनात करने के लिए सरकार से मांग करेंगे, ताकि पुलिस की निगरानी में ही नशेड़ियों का इलाज हो सके। इन सेंटरों के बाहर उन्हीं पुलिस मुलाजिमों को तैनात किया जाएगा, जोकि नशे के खिलाफ पहले से ही काम कर रहे हैं। इसके बाद ही नशेड़ी युवकों का इलाज हो पाएगा। सिविल अस्पातल में नहीं है डोप टेस्ट की किट्स
सांसद बिंट्टू अचानक ही शुक्रवार को सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करवाने पहुंच गए। डॉक्टरों ने वीआइपी स्टॉक से डोप टेस्ट की किट निकाल कर सांसद बिंट्टू का टेस्ट किया, लेकिन एसएमओ ने माना कि उनके पास करीब 10 से 15 के करीब किट्स होंगी, जोकि एमरजेंसी के लिए रखी गई है, लेकिन अगर ज्यादा लोग डोप टेस्ट करवाने के लिए उनके पास आएंगे तो उनके पास कोई भी सुविधा नहीं है। न तो उनके पास किट है और ही इतना स्टाफ है।
विधायक डावर और पांडे भी करवाएंगे डोप टेस्ट
विधायक राकेश पांडे और विधायक सु¨रदर डावर भी शनिवार को अपना डोप टेस्ट करवा सकते हैं। डावर व पांडे ने कहा कि ऐसे प्रयास से लोगों में जागरुकता आएगी और इससे युवाओं में एक तरह से डर पैदा हो जाएगा। डोप टेस्ट में सामने आ जाएगा और उसके इलाज करवाने में सरकार मदद करेगी, जिससे पंजाब नशा मुक्त हो जाएगा। घर-घर जाकर पुलिस बनाएगी नेटवर्क
मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह के निर्देश के बाद सभी विधायकों ने पुलिस अधिकारियों व मुलाजिमों के साथ बैठक करनी शुरू कर दी है। इस दौरान पुलिस मुलाजिम लोगों के घर-घर जाकर नशे के खिलाफ जागरूक करने में जुट गए हैं। इसके अलावा मार्केट कमेटियों के साथ भी पुलिस लगातार बैठक कर रही है, ताकि अगर कोई नशा तस्कर उनके इलाके में नशा करता है तो उसकी जानकारी पुलिस को दे दें। इसके अलावा अगर घर में कोई युवा नशे का आदि है तो उसका नशा छुड़वाने के लिए नशा छुड़ाओ केंद्र में भेजा जाएगा।