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रेबीज फ्री सिटी बनेगा लुधियाना, 30 हजार कुत्तों को लगेगी वैक्सीन

औद्योगिक नगर लुधियाना को रेबीज फ्री सिटी बनाने के लिए नगर निगम ने प्लान तैयार किया है। इसके तहत डेढ़ साल में नगर निगम की वैटरनरी ब्रांच ने शहर में 30 हजार आवारा और पालतू कुत्तों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 06:33 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 06:33 AM (IST)
रेबीज फ्री सिटी बनेगा लुधियाना, 30 हजार कुत्तों को लगेगी वैक्सीन
रेबीज फ्री सिटी बनेगा लुधियाना, 30 हजार कुत्तों को लगेगी वैक्सीन

राजेश भट्ट, लुधियाना : औद्योगिक नगर लुधियाना को रेबीज फ्री सिटी बनाने के लिए नगर निगम ने प्लान तैयार किया है। इसके तहत डेढ़ साल में नगर निगम की वैटरनरी ब्रांच ने शहर में 30 हजार आवारा और पालतू कुत्तों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है। इसके बाद हर साल यह वैक्सीन लगातार लगाई जाएगी। उम्मीद है कि अक्टूबर में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो सकता है। इसके लिए निगम ने औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।

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नगर निगम के पास ग्राउंड पर काम करने के लिए संसाधनों की कमी है। ऐसे में गुरु अंगददेव वैटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी और पशुपालन विभाग से भी मदद मांगी गई है। गडवासू व पशुपालन विभाग के साथ मिलकर ही शहर के 95 वार्डो में इतनी बड़ी संख्या में आवारा व पालतु कुत्तों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जा सकती है।

इस प्रोजेक्ट को 18 अगस्त 2021 को नगर निगम की एफएंडसीसी पास कर चुकी है। इस पर हर साल आठ से 10 लाख रुपये का खर्च होंगे। यह फंड स्टेटिक रिसर्च एक्सटेंशन रिपोर्ट तैयार करने के बाद डीसी दिलाएंगे। निगम शहर में पालतू कुत्तों की रजिस्ट्रेशन करवा रहा है। इससे इकट्ठा होने वाला फंड भी इसमें लगाया जाएगा।

नगर निगम के सीनियर वैटरनरी अफसर हरबंस डल्ला का कहना है कि शहर को रेबीज फ्री बनाने का प्रोजेक्ट निगम ने अपने स्तर पर तैयार किया है। अब तक नगर निगम जिन कुत्तों की नसबंदी करता था उन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन भी लगा रहा था। ऐसे में उन आवारा कुत्तों को भी सिर्फ एक बार ही वैक्सीन लगती थी। अब इस प्रोजेक्ट के तहत शहर के सभी आवारा व पालतु कुत्तों का एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जाएगी। सीएमसी की रेजिडेंशियल कालोनी में कर चुके हैं प्रयोग :

डा. हरबंस डल्ला पशुपालन विभाग से डेपुटेशन पर निगम में हैं। पशुपालन विभाग में रहते समय उन्होंने डा भंडारी के साथ मिलकर वर्ष 2007 में सीएमसी अस्पताल व उनकी रेजिडेंशियल कालोनी को रेबीज कंट्रोल्ड सोसायटी बनाया था। वहां तीन साल तक लगातार आवारा व पालतू कुत्तों को वैक्सीन लगाई थी। पार्षद की मदद से वार्ड में लगेंगे शिविर :

एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने के लिए पार्षद की मदद से हर वार्ड में टीमें शिविर लगाएंगी। डाग कैचर कुत्तों को पकड़कर लाएंगे और उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगने के बाद पहचान के लिए कुत्ते के कान में एक छेद किया जाएगा। सिविल में डाग बाइट के रोज आते हैं 20 से 25 मामले :

सिविल अस्तपाल में डाग बाइट के रोज 20 से 25 मामले आते हैं। अगर कुत्तों को वैक्सीन लगी होगी तो उसके काटने के बाद लोगों को एहतियात के तौर पर पांच के बजाय तीन इंजेक्शन लगवाने होते हैं। दो साल में रेबीज के छह केस सामने आए :

डा. हरबंस डल्ला के अनुसार लुधियाना में पिछले साल रेबीज के तीन मरीज सामने आए थे और इस साल भी तीन केस मिल चुके हैं। एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है।


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