लुधियाना सिविल अस्पताल के डाक्टर्स का कमाल, 11 वर्षीय बच्चे के गले से निकाली मेगनेट; 35 मिनट चला आप्रेशन
लुधियाना सिविल अस्पताल के डाक्टर्स ने ग्यारह वर्षीय बच्चे के गले से मेगनेट (चुंबक) निकाली है। मंगलवार बच्चे को सिविल अस्पताल लाया गया जहां डाक्टर्स को पता चला कि बच्चे के गले में डेढ़ सेमी और प्वाइंट सात सेमी के दो चुंबक के टुकड़े हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना सिविल अस्पताल के डाक्टर्स ने कमाल किया है जिन्होंने लुधियाना के जगराओं एरिया के ग्यारह वर्षीय बच्चे के गले से मेगनेट (चुंबक) निकाली है। हुआ यूं कि बच्चे ने खेल-खेल में मेगनेट के दो टुकड़े निकल लिए थे जिसके बाद बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उससे कुछ खाया नहीं जा रहा था। बाद में बच्चे को मंगलवार सिविल अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टर्स को पता चला कि बच्चे के गले में डेढ़ सेमी और प्वाइंट सात सेमी के दो चुंबक के टुकड़े हैं। डाक्टरों के लिए बच्चे के गले से चुंबक के टुकड़े निकालना किसी चुनौती से कम नहीं रहा। अस्पताल के ईएनटी सर्जन डा. दमनप्रीत सिंह ने एनेसथेटिस्ट डा. पवनदीप ङ्क्षसह, डा. शिखा के साथ बच्चे को बेहोश कर सांस नली में ट्यूब डाली। ट्यूब डालने के दौरान चुनौती यह रही कि इस्तेमाल किए गए लोहे के सभी यंत्रों में चुंबक कई बार चिपकी लेकिन सफलतापूर्वक चुंबक के टुकड़े पैंतीस मिनट चले आप्रेशन के बाद बाहर निकाल लिए गए। बच्चा अब बिल्कुल ठीक है।
होम्योपैथिक डिस्पैंसरी में राष्ट्रीय खुराक सप्ताह संबंधित कैंप लगाया
श्री माछीवाड़ा साहिब। सरकारी होम्योपैथिक डिस्पैंसरी माछीवाड़ा में होयोपैथिक विभाग के मुखी डा. बलिहार सिंह रंगी और जिला होम्योपैथिक अफसर डा. हरिंदरपाल सिंह के दिशा-निर्देशों अनुसार राष्ट्रीय खुराक सप्ताह संबंधित कैंप लगाया गया। 1 सितंबर से 7 सितंबर तक मनाए गए इस नेशनल न्यूट्रीशन सप्ताह के अंतर्गत डा. हरमनदीप कौर ने होम्योपैथिक में पहुंचे लोगों को खुराक संबंधित अहम जानकारी दी और सेहतमंद जीवन बारे रोशनी डाली। होम्योपैथिक डिस्पेंसरी पहुंची आशा वर्करों व आम लोगों को पौष्टिक आहार जैसे पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां, फलों आदि का प्रयोग करने की सलाह देते कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को ताजा व पौष्टिक भोजन ही खाना चाहिए जिस के साथ शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते रहते हैं और शरीर में बीमारियों के साथ लड़ने की ताकत बढ़ती है। डा. हरमनदीप कौर ने कहा कि आजकल बाजार में बहुत से फास्ट फूड और पैकिंग वाली खाने पीने की चीजें मिलती हैं जिन को खाने से परहेज करना चाहिए और ज्यादातर घर का बना खाना ही खाना चाहिए।