पुलिस पर आरोप, खरीदी जमीन पर धक्के से दूसरे का कब्जा करवा रही
सरकारी अस्पताल में तैनात डॉ. स्वर्णजीत सिंह और उसकी पत्नी ने कूमकलां की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब: सरकारी अस्पताल में तैनात डॉ. स्वर्णजीत सिंह और उसकी पत्नी ने कूमकलां की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि उनकी तरफ से खरीदी गई करीब 1.5 एकड़ जमीन पर पुलिस राजनीतिक दबाव में आकर धक्केशाही कर किसी अन्य व्यक्ति का कब्जा करवा रही है।
वे लुधियाना पुलिस कमिश्नर से पिछले छह महीने से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टर स्वर्णदीप सिंह और उनकी पत्नी ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने करीब डेढ़ वर्ष पहले 1.5 एकड़ जमीन कूम खुर्द में खरीदी थी। इसका इंतकाल भी उनके नाम दर्ज हो गया और इस जमीन पर कब्जा लेकर पिलर लगा तारबंदी कर दी। अब जब वह पिछले 6 महीने से अपनी जमीन पर सफेदे के पेड़ लगा रहे हैं तो वहां साथ लगते खेत मालिकों द्वारा उनके मजदूरों को धमकियां दीं जाती हैं और मारपीट कर भगा दिया जाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नए लगाए सफेदे भी उखाड़ दिए गए। कूमकलां पुलिस थाना में शिकायत भी दर्ज करवाई परंतु कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टर दंपती ने आरोप लगाया कि कूमकलां पुलिस राजनीतिक दबाव में आकर उनके साथ धक्केशाही कर रही है और दूसरे व्यक्तियों को इस जमीन पर कब्जा दिलाना चाहती है। पुलिस द्वारा समझौते के लिए भी दबाव डाला जा रहा है कि यह जमीन साथ लगते खेत मालिकों को कम रेट पर बेच दी जाए। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले भी साथ लगते खेत मालिकों ने उनसे कई सफेदे उखाड़ दिए व ईट मार हमला भी किया। पुलिस भी काम करने से रोक देती है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर लुधियाना को भी शिकायत देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। क्या कहते कूमकलां थाना के प्रभारी
कूमकलां थाना के प्रभारी परमजीत सिंह ने पुलिस पर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा कि इस जमीनी झगड़े के मामले की निष्पक्षता से जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी डॉक्टरों द्वारा खरीदी जमीन सांझे एरिया की है और साथ लगते खेत मालिकों द्वारा दावा किया जा रहा है कि जिस जगह पर डॉक्टर द्वारा पौधे लगाए जा रहे हैं वह उनका है इसलिए पुलिस ने झगड़ा निपटाने के लिए माल विभाग को पत्र लिख दिया है कि जमीन की तक्सीम करवा कर सभी खेत मालिकों को निशानदेही दे कब्जा करवाया जाए।