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सरबत विकास योजना के तहत सात सौ लाभार्थियों की रजिस्ट्रेशन

महात्मा गांधी सरबत विकास योजना के तहत जिला स्तरीय कैंप का आयोजन गुरु नानक देव भवन में किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 10:01 PM (IST)
सरबत विकास योजना के तहत सात सौ लाभार्थियों की रजिस्ट्रेशन
सरबत विकास योजना के तहत सात सौ लाभार्थियों की रजिस्ट्रेशन

जागरण संवाददाता, लुधियाना : महात्मा गांधी सरबत विकास योजना के तहत जिला स्तरीय कैंप का आयोजन गुरु नानक देव भवन में किया गया। आयोजन में 700 आवेदकों ने रजिस्ट्रेशन करवाई। आयोजन का शुभारंभ एडीसी विकास अमृत सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि लोक भलाई विभाग, जल सप्लाई व सेनिटेशन विभाग, ग्रामीण विकास व पंचायत अधिकारी, पंजाब राज्य पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड, श्रम विभाग, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट, लीड बैंक, सेहत व परिवार भलाई विभाग, फूड सप्लाई डिपार्टमेंट, जिला रोजगार कार्यालय, सामाजिक सुरक्षा विभाग, शिक्षा विभाग के सहयोग से विभिन्न योजनाओं के फार्म भरवाए गए। जिसमें मनरेगा के लिए 412, लेबर विभाग में 19, दिव्यांग प्रमाणपत्र 25, आयुष्मान के लिए 15 व निशुल्क बस पास के लिए मिले आवेदन दुरुस्त पाए गए। जबकि बाकी आवेदन जांच के बाद रजिस्टर्ड होंगे।

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क्या है महात्मा गांधी सरबत विकास योजना

एडीसी ने बताया कि महात्मा गांधी सरबत विकास योजना के तहत उन योग्य व्यक्तियों को ढूंढा जाता है जो सरकार द्वारा संचालित स्कीमों के लिए योग्य तो है पर अभी तक आवेदन नहीं कर पाए। ऐसे लोगों से आवेदन करवाकर उन्हें तीस दिन के भीतर संबधित योजनाओं का लाभ देने का प्रयास रहता है।

यह लोग ले सकते हैं लाभ

उस किसान का परिवार जिसने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली।

-- वह परिवार जिसके इकलौते काम करने वाले व्यक्ति की मौत हो गई व महिला घर का खर्च चला रही है।

-- वह परिवार जिसका मेंबर एड्स व कैंसर जैसी बिमारियों के इलाज के लिए जूझ रहा है।

-- जंग में शहीद हुए सैनिक का परिवार

-- स्वतंत्रता सेनानी का परिवार

-- वह परिवार जिनके बच्चे स्कूल नहीं जा रहे।

-- जिस परिवार का कोई बच्चा मंदबुद्धि या दिव्यांग है।

-- बेसहारा बुजुर्ग

-- नशा पीड़ित व्यक्ति

-- किसी दुर्घटना व प्राकृतिक आपदा से पीड़ित व्यक्ति। 

-- 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के युवा

-- कुपोषण के शिकार बच्चे।

-- सिर पर मैला ढुलाई करने वाले सफाई कर्मी।

-- बेसहारा, थर्ड जेंडर व भिखारी इत्यादि।

-- झोपड़पट्टी में रहने वाला परिवार

-- तेजाब पीड़ित


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