सिविल अस्पताल के डिलीवरी रूम में गंदी बेड शीट, मरीज के रिकार्ड पर नहीं डाक्टर के हस्ताक्षर
सिविल अस्पताल व मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भर्ती मरीज आए दिन खामियों को उजागर करते रहते हैं लेकिन इस बार खुद सिविल सर्जन डा. एसपी सिंह ने दोनों अस्पतालों में अव्यवस्थाओं को उच्च अधिकारियों के सामने रखा है।
आशा मेहता, लुधियाना :
सिविल अस्पताल व मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में भर्ती मरीज आए दिन खामियों को उजागर करते रहते हैं, लेकिन इस बार खुद सिविल सर्जन डा. एसपी सिंह ने दोनों अस्पतालों में अव्यवस्थाओं को उच्च अधिकारियों के सामने रखा है। सिविल सर्जन डा. सतिदर पाल सिंह सबसे पहले अस्पताल के मुख्य द्वार के पास पार्किंग में पहुंचे। वहां कोई रेट लिस्ट नहीं थी। इसके बाद वह लेबर रूम में गए। वहां भर्ती मरीजों के इलाज का रिकार्ड सही से दर्ज नहीं किया था। रिकार्ड पर किसी स्टाफ नर्स और डाक्टर के हस्ताक्षर भी नहीं थे। लेबर रूम के साथ लगते डिलीवरी रूम में बिस्तर की सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था। बेड शीट गंदी थीं। लैब के निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने पाया कि लैब टेक्नीशियन ने पर्चियों पर हस्ताक्षर नहीं किए थे। इससे यह पता नहीं चल सकता कि किस लैब टेक्नीशियन की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है। यही नहीं निक्कू वार्ड में भर्ती बच्चों के पास एमसीएच कार्ड नहीं थे। इसके बाद वे सिविल सर्जन सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में गए। यहां पर भी इमरजेंसी फाइल वर्क को सही तरीके से दर्ज नहीं किया गया था। इमरजेंसी में मौजूद रिकार्ड पर भी किसी भी मेडिकल अफसर व स्टाफ नर्स की ओर से पूरे हस्ताक्षर नहीं किए गए थे।
एक ही जगह रखे भरे व खाली आक्सीजन सिलेंडर
सिविल अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर भरे और खत्म हो चुके एक ही जगह पर रखे गए थे। उन पर कोई खाली सिलेंडर या भरे सिलेंडर का लेबल नहीं लगा था। इसके बाद वह वह ब्लड बैंक पहुंचे। यहां पर सबसे बड़ी खामी देखने को मिली।
ब्लड ग्रुप की उपलब्धता नहीं दर्शाई गई
अलग-अलग ब्लड ग्रुप की उपलब्धता कहीं दर्शाई नहीं गई थी। सिविल सर्जन ने करीब दो घंटे के अपने इस निरीक्षण की रिपोर्ट बनाकर डायरेक्टर हेल्थ को भेजने के साथ ही सिविल अस्पताल की एसएमओ इंचार्ज को इन कमियों को दूर करने के निर्देश दिए हैं। यह कमियां दूर की जाएं :
- सिविल अस्पताल की पार्किंग में रेट लिस्ट लगाई जाए। पार्किंग कर्मचारी लोगों से अधिक रुपये न वसूल पाए।
- पीपी यूनिट में वैक्सीनेशन के लिए आने वाले बच्चों के एमसीएच कार्ड होने चाहिए। बच्चों को लगाए गए टीकों का रिकार्ड सही होना चाहिए।
- अस्पताल में खाली व भरे आक्सीजन सिलेंडर अलग-अलग रखे होने चाहिए।
- लेबर रूम, डिलीवरी रूम में साफ सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखना जाना चाहिए।
- मरीजों से संबंधित हर तरह के ट्रीटमेंट का रिकार्ड को गाइडलाइन के अनुसार दर्ज होना चाहिए।