कांग्रेस विधायकों के हलके में भी नहीं हाे रहे विकास के काम... पढ़ें लुधियाना की अाैर राेचक खबरें
बचत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु विधायक मेयर व अन्य को भी शामिल होना था। विधायक सुरिंदर डावर फाइल लेकर सबसे पहले कार्यक्रम में पहुंच गए। डावर ने अपने पीए को कह दिया कि मेयर नूं आंदे ही फड़ लईं।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। सरकार भले ही शहर में करोड़ाें रुपये के विकास कामाें के शुरू करवाने का दावा कर रही हो, लेकिन विधायकों के हलके में काम नहीं हो रहे। विधायक सुरिंदर डावर सीनियर विधायक हैं, इसलिए वह बार-बार मेयर दफ्तर जाने से गुरेज करते हैं। उन्हें अगर अपने हलके के किसी विकास कार्य की फाइल पर मेयर बलकार सिंह संधू के साइन करवाने होते हैं तो वह उनको किसी कार्यक्रम में पकड़ लेते हैं और वहीं पर साइन करवा लेते हैं।
बचत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, विधायक, मेयर व अन्य को भी शामिल होना था। विधायक सुरिंदर डावर फाइल लेकर सबसे पहले कार्यक्रम में पहुंच गए। डावर ने अपने पीए को कह दिया कि मेयर नूं आंदे ही फड़ लईं। इसके बाद मेयर के कार्यक्रम में पहुंचते ही विधायक ने साइन करवा लिए। इस तरह विधायक की चाल कामयाब हो गई।
-----
समर्थक को हड़काया, रूठ गए नेताजी
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम में विधायक, चेयरमैन व गिने-चुने अफसरों को ही बुलाया गया था। कांग्रेस के एक नेताजी अपने समर्थकों को साथ लेकर आ गए। दरअसल नेताजी को अपने एक समर्थक को कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु से मिलवाना था। जैसे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ वैसे मीडिया के लोगों ने कैबिनेट मंत्री से बात करनी शुरू कर दी।
मंत्री फ्री हुए ही थे कि समर्थक अपनी फरियाद लेकर उनके पास पहुंच गया। मंत्री ने उसे बाहर जाकर इंतजार करने के लिए कहा। लेकिन समर्थक अपनी फरियाद सुनाता रहा। जिस पर मंत्री बिफर गए और उसे हड़का दिया। अब समर्थक नेताजी के मुंह को देखने लगा। फिर क्या था, नेताजी को गुस्सा आया और वह रूठ कर बाहर निकल आए। अपने समर्थक को कहने लगे कि मैं मंत्री के घर जाकर काम करवा लूंगा, अभी यहां से चलो। नेताजी समर्थक को लेकर खिसक गए।
-----
विरोधियों को नहीं पहचान पाए भाजपाई
लाडोवाल टोल प्लाजा पर किसान कई दिनों से धरने पर बैठे हैं। कुछ राजनीतिक दल किसानों के धरने में शामिल होने जा रहे हैं तो किसान उन्हें दूर से ही भगा रहे हैं। लोक इंसाफ पार्टी के कुछ कार्यकर्ता टोल प्लाजा पर पार्टी का झंडा व बैनर लिए बिना धरने में शामिल होने जा रहे थे। उन्हें पता चला कि भाजपा वाले जालंधर बाईपास में डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने आ रहे हैं। जिसके बाद वह भाजपाइयों का विरोध करने के लिए रुक गए। वहीं कुछ बसपा के कार्यकर्ता भी वहां आ गए।
जैसे ही भाजपा कार्यकर्ता डा. आंबेडकर की प्रतिमा के पास पहुंचे तो वह भाजपाइयों से भिड़ गए। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर धक्कामुक्की हुई। दरअसल भाजपाई विरोधियों को पहचान नहीं पाए और उन्होंने वहां खड़े लोक इंसाफ पार्टी व बसपा के कार्यकर्ताओं को कांग्रेसी गुंडे बताते हुए बाकायदा प्रेसनोट जारी कर दिया।
-----
चेयरमैन को दगा दे गए अफसर
वार्ड के पार्षद अगर चेयरमैन बन गए हों तो वार्डवासियों की उनसे उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं। गुरप्रीत गोगी इन दिनों पंजाब स्माल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन के चेयरमैन हैं। घुमार मंडी के दुकानदार सीएलयू नोटिस मिलने के बाद गुरप्रीत गोगी के पास पहुंचे। गोगी ने नगर निगम के अफसरों को भी मौके पर बुला लिया। मेयर बलकार सिंह संधू भी वहां पहुंच गए।
गोगी की मध्यस्तता से दुकानदारों को लगा कि मामला हल हो जाएगा। लेकिन कुछ दिन बाद ही नगर निगम ने पूरे शहर को छोड़ कर सबसे पहले गोगी के इलाके घुमार मंडी में ही दुकानों की सीलिंग शुरू कर दी। दुकानदारों ने जब विरोध किया तो गोगी भी निगम अफसरों पर तिलमिला गए। मेयर से बात की और उन्हें बैठक की याद दिलाई। बात नहीं बनी तो गोगी कमिश्नर के पास पहुंच गए और कह दिया कि अफसरों ने उनको दगा दे दी।