इंसाफ मिलने के बाद ही बैठक में लूंगी भाग : डिप्टी मेयर
मेयर बलकार सिंह संधू के खिलाफ डिप्टी मेयर सर्बजीत कौर ने मोर्चा खोल दिया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : मेयर बलकार सिंह संधू के खिलाफ डिप्टी मेयर सर्बजीत कौर ने मोर्चा खोल दिया। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि मेयर द्वारा पति से अभद्र शब्दावली का इस्तेमाल किया जिससे आहत हैं। यही नहीं, मेयर ने उन्हें निगम हाउस की बैठक में एक बार भी बोलने का मौका नहीं दिया। इससे साफ पता चलता है कि मेयर भेदभाव करते हैं। सर्बजीत कौर ने पार्टी प्रधान सुनील जाखड़, मुख्यमंत्री, स्थानीय निकाय मंत्री और सोनिया गांधी के अलावा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को भी मेयर के खिलाफ शिकायत भेजी है। पत्र के आखिर में साफ साफ लिखा कि जब तक हाईकमान ने इंसाफ नहीं दिलाया तब तक नगर निगम की किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी। वहीं मेयर ने साफ कर दिया कि यह आरोप निराधार हैं। उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया और सर्बजीत कौर हाउस की कई बैठकों में बोल चुकी हैं।
शिकायत में लिखा है कि तीन जुलाई को पति जरनैल सिंह शिमलापुरी ने मेयर को फोन करके डीसी रेट पर रखे बीएंडआर के मुलाजिमों को दोबारा नियुक्त करने को कहा। इस पर मेयर ने कह दिया कि तू सिर्फ अपने वार्ड की बात कर, शहर की नही। इसके बाद पति ने गुस्से में फोन काट दिया। उन्होंने हाईकमान को कहा कि वह सिर्फ अपने वार्ड की डिप्टी मेयर हैं या पूरे शहर की। अगर वह शहर के बारे में बात नहीं कर सकती, तो मेयर भी सिर्फ वार्ड की ही बात करें। उन्होंने कहा कि दो साल से ज्यादा का वक्त हो गया है और मेयर ने उन्हें कभी भी नगर निगम हाउस की बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया।
मेयर बोले, किसी से नहीं की बदसलूकी
मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि जरनैल सिंह शिमलापुरी तीन जुलाई की बात कर रहे हैं तब से लेकर अब तक उन्होंने कोई बात नहीं की। 12 दिन बाद उन्हें शिकायत करने की क्या जरूरत पड़ी यह समझ से परे है। अभद्र शब्दावली का प्रयोग तो विरोधियों के साथ नहीं करते, ऊपर से शिमलापुरी उनकी पार्टी के हैं और डिप्टी मेयर के पति हैं। डिप्टी मेयर हर हाउस की बैठक में बोलती रही हैं। उन्हें अब यह सब बातें क्यों याद आ रही हैं, यह कोई साजिश है। मेयर ने कहा कि कभी भी भेदभाव नहीं किया गया।