सिविल अस्पताल में शव को 12 दिनों से वारिसों का इंतजार, पुलिस ने नहीं दी घरवालों को जानकारी
अस्पताल प्रशासन की ओर से इस संबंध में थाना स्लेम टाबरी की पुलिस को चार बार सूचना भेजी गई। इसके बावजूद पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाने में असमर्थ है।
लुधियाना, जेएनएन। पुलिस विभाग अकसर अपनी लापरवाही के कारण सुर्खियों में रहता है। अब एक और ताजा मामला सामने आया है। सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पिछले 12 दिनों से एक व्यक्ति के शव को वारिसों का इंतजार है। अस्पताल प्रशासन की ओर से इस संबंध में थाना स्लेम टाबरी की पुलिस को चार बार सूचना भेजी गई। इसके बावजूद पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाने में असमर्थ है। हालांकि अस्पताल में शव की पहचान हो चुकी है फिर भी पुलिस ने मृतक के घर तक जानकारी पहुंचाना तो दूर, सिविल अस्पताल में शव देखने की जहमत तक नहीं उठाई।
बता दें कि हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार शव का पोस्टमार्टम 72 घंटों तक करवाना अनिवार्य है, पर इस प्रक्रिया को थाना स्लेम टाबरी की पुलिस साफ-साफ अनदेखा कर रही है। दरअसल, सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में तीन जनवरी की सुबह करीब 10 बजे जस्सियां रोड निवासी 65 वर्षीय रघुनंदन को अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी चार दिन बाद सात जनवरी की सुबह करीब साढ़े 9 बजे मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने शव को मोर्चरी में रखवाकर इसकी सूचना थाना स्लेम टाबरी की पुलिस को दी। पुलिस के 72 घंटों के बाद भी अस्पताल में नहीं पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन ने फिर से उन्हें जानकारी दी, परंतु कोई भी पुलिस कर्मचारी अस्पताल नहीं पहुंचा।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वह चार बार पुलिस को इसके बारे में सूचित कर चुके हैं, पर थाने से कोई कर्मी नहीं पहुंचा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लुधियाना की पुलिस कितनी एक्टिव है। पुलिस कमिश्नर अपने विभाग के कर्मियों को एक्टिव करने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं, ताकि महानगर के लोगों को इसकी सुविधा मिले, पर वे कही न कहीं इसे नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं।
थाना सलेम टाबरी के प्रभारी बोले, नहीं थी जानकारी
थाना स्लेम टाबरी के प्रभारी कंवलजीत सिंह ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नही थी। सुबह ड्यूटी अफसर को निर्देश देकर शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। वहीं ड्यूटी पर कोताही बरतने वाले मुंशी के खिलाफ सीनियर अधिकारियो को लिखकर भेजा जाएगा। इस संबंध में एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली ने बताया कि यह मामला गंभीर है। इस संबंधी वह तुरंत एसएचओ की ड्यूटी लगाएंगे।