Patiala Violence: आइजी, एसएसपी समेत 6 अफसर बदले, इंटरनेट सेवाएं बहाल, 3 गिरफ्तार; 100 से ज्यादा पर केस
Patiala Violence शुक्रवार को खालिस्तान समर्थक शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और शिवसेना बाल ठाकरे के समर्थकों में पटियाला के श्री काली माता मंदिर के बाहर टकराव हो गया था जिसमें एक एसएचओ समेत 20 लोग जख्मी हुए थे।
जागरण टीम, पटियाला/चंडीगढ़। पटियाला में शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश सरकार ने शनिवार को पटियाला रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) आरके अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नानक सिंह समेत छह पुलिस अफसरों का तबादला कर दिया है। अब मुखविदर सिंह छीना को आइजी व केतन पारेख को एसएसपी नियुक्त किया गया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 100 से ज्यादा आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। 100 आरोपितों में से 24 लोगों को नामजद किया गया है, बाकी अज्ञात हैं।
बरजिंदर सिंह परवाना मुख्य साजिशकर्ता
शनिवार शाम को प्रेस कांफ्रेंस में नवनियुक्त आइजी मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि हमने मुख्य साजिशकर्ता की पहचान कर ली है। बरजिंदर सिंह परवाना नाम का यह शख्स कई मामलों में वांछित है। उस पर चार केस दर्ज हैं। राजपुरा के गुरु गोबिंद सिंह नगर का रहने वाला परवाना ही भीड़ को श्री काली माता मंदिर के बाहर इकट्ठा करने व भड़काने का मास्टरमाइंड है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया जा रहा है, ताकि वह विदेश न भाग सके।
सिंगला को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
गिरफ्तार किए गए तीन आरोपितों में कुलदीप सिंह, दलजीत सिंह व शिवसेना बाल ठाकरे से निष्कासित हरीश सिंगला शामिल हैं। सिंगला को शुक्रवार रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उसके 50 समर्थकों पर भी केस दर्ज हुआ है। आइजी छीना ने बताया कि कोतवाली थाना में पांच मामले व थाना लाहौरी गेट में एक केस दर्ज हुआ है। अन्य उपद्रवियों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को खालिस्तान समर्थक शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और शिवसेना बाल ठाकरे के समर्थकों में पटियाला के श्री काली माता मंदिर के बाहर टकराव हो गया था, जिसमें एक एसएचओ समेत 20 लोग जख्मी हुए थे। इस घटना के बाद शुक्रवार शाम को कर्फ्यू लगा दिया गया था, जो शनिवार सुबह सात बजे खत्म हो गया। इसके बाद प्रशासन ने शाम साढ़े छह बजे तक इंटरनेट सेवा बद कर दी, लेकिन माहौल ठीक होने पर साढ़े चार बजे ही इसे बहाल कर दिया गया।
इससे पहले सरकार ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिटी हरपाल सिंह को हटाकर वजीर सिंह को एसपी नियुक्त किया। डीएसपी अशोक कुमार, लाहौरी गेट के थाना प्रभारी (एसएचओ) गुरप्रीत सिंह और थाना कोतवाली के प्रभारी बिक्रम सिंह को भी हटा दिया गया है। उनकी जगह लाहौरी गेट थाने में जसप्रीत सिंह काहलों व कोतवाली में राहुल कौशल को नियुक्त किया गया है।
हिंदू संगठनों ने दिया 48 घंटे में कार्रवाई का अल्टीमेटम, धरना खत्म
पटियाला में काली माता मंदिर के बाहर धरना देते हिंदू संगठनोंं के सदस्य। (जागरण)
विभिन्न हिंदू संगठनों ने शनिवार को श्री काली माता मंदिर के बाहर धरना दिया और मंदिर पर हमला करने वालों पर कार्रवाई के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद संगठनों ने धरना खत्म दिया। धरने में हिंदू सुरक्षा समिति व श्री हिंदू तख्त के अध्यक्ष पंचानंद गिरी, शिवसेना हिंदुस्तान के अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता, शिवसेना पंजाब के अध्यक्ष विजय कपूर, हिंदू वेलफेयर बोर्ड के अध्यक्ष महंत रविकांत, श्री काली माता मंदिर की सलाहकार कमेटी के सदस्य विपन शर्मा व हिंदू सुरक्षा समिति के उपाध्यक्ष राजेश केहर समेत कई संगठनों के सदस्य शामिल हुए। उन्होंने कहा कि श्री काली माता मंदिर पर हमला करने वाले खालिस्तान समर्थकों को उकसाने वालों की गिरफ्तारी की जाए। संगठनों ने मार्च निकालने का एलान किया था, लेकिन जिला प्रशासन की अपील पर इसे रद कर दिया गया।
पटियाला में बंद का मिला-जुला असर
पटियाला में शनिवार को खुली एक मार्केट। (जागरण)
जिला उपायुक्त (डीसी) साक्षी साहनी ने शनिवार शाम को सभी संगठनों के साथ बैठक कर शांति की अपील की। कुछ संगठनों ने बंद की अपील की थी, जिसका पटियाला में मिला-जुला असर दिखा। इसके अलावा मोगा जिले में भी रोष मार्च रोक दिया गया। गुरदासपुर में शिवसेना बाल ठाकरे के यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष हनी महाजन व शिव सेना पंजाब के नेता रोहित महाजन को नजरबंद किया गया। वहीं, पठानकोट में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाल कर लोगों से शांति की अपील की।
पटियाला में काली माता मंदिर के पास तैनात पुलिस बल। (जागरण)
इसलिए हुआ टकराव
आतंकी संगठन सिख्स फार जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो संदेश के जरिए 29 अप्रैल (शुक्रवार) को खालिस्तान के समर्थन में एक मार्च की अपील की थी। इसके विरोध में शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश सिंगला ने 'खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च' की घोषणा कर दी। मार्च के बाद खालिस्तान का पुतला जलाने का कार्यक्रम भी था। जब यह मार्च निकाला जा रहा था, तो खालिस्तान समर्थक संगठनों ने भी मार्च शुरू कर दिया। श्री काली माता मंदिर के बाहर दोनों संगठनों में टकराव हो गया।