सीटी यूनिवर्सिटी ने साइबर क्राइम पर करवाया वेबिनार
सीटी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ इंजीनियरिग व टेक्नोलजी ने कोविड-19 दौरान साइबर क्राइम के प्रभावों पर वेबिनार का आयोजन करवाया।
जागरण संवाददाता, जगराओं : सीटी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ इंजीनियरिग व टेक्नोलजी ने कोविड-19 दौरान साइबर क्राइम के प्रभावों पर वेबिनार का आयोजन करवाया। इसमें हैकडेव टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड एंड कोफाउंडर-हैकरशाला के डायरेक्टर रक्षित टंडन ने कहा कि साइबर क्राइम तकनीकों जैसे फिशिग में महामारी के समय दौरान बहुत ज्यादा तेजी से देखी गई है। दुनिया भर के सारे, देश महामारी के दौरान साइबर क्राइम में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे है। विज्ञापनों ,ई-मेलों , जाली-वेबसाइटों के रूप में आए कई तरह के धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई। बहुत से सेहत कर्मचारियों व संस्थाओं ने लोगों को मदद करने के लिए पैसे इकट्ठे करके केवल अपनी जेबों में पाए गए।
उन्होंने युवाओं को कहा कि वे फिशिग ई-मेलों और वेबसाइटों बारे बहुत चौकस रहने व केवल भरोसेमंद नेटवर्क का प्रयोग करने की कोशिश करने व अपने पासवर्ड को थोड़े-थोड़े समय बाद बदलते रहें। उसके साथ संवेदनशील डाटा को ट्रांसफर करने से पहले यह देख लेने की वह सुरक्षित है कि नहीं। सीटी यूनिवर्सिटी के वीसी डा. हर्ष सदावरती ने मेहमानों का धन्यवाद करते कहा कि हम इस महामारी के कारण कई किस्मों के खतरे देखे, जोकि टीकाकरण के स्थान प्राप्त करने से लेकर आनलाइन कक्षाओं में भाग लेने तक शामिल थे। इसलिए हम नौजवानों को सख्त सलाह देते है कि वह आप ही सुरक्षित रहने व अपने पारिवारिक सदस्यों, आसपास के लोगों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ साइबर क्राइम बारे भी बताएं, क्योंकि वह हमारा देश कुछ नौजवान साइबर माहिरों के हाथों में है।