सीटी यूनिवर्सिटी ने स्टार्टअप के लिए खोला सीटी बिजनेस फाउंडेशन
सीटी यूनिवर्सिटी ने एक सेशन आठ कंपनी सीटी बिजनेस फाउंडेशन सीटीबीएफ की स्थापना की है और यूनिवर्सिटी के स्टार्ट-अप इकोसिसटम द्वारा उद्यता के लिए नए विचारों संकल्पों को प्रफुल्लित करने के लिए अर्जियां को निमंत्रण दिया है।
जागरण संवाददाता, जगराओं : सीटी यूनिवर्सिटी ने एक सेशन आठ कंपनी सीटी बिजनेस फाउंडेशन सीटीबीएफ की स्थापना की है और यूनिवर्सिटी के स्टार्ट-अप इकोसिसटम द्वारा उद्यता के लिए नए विचारों, संकल्पों को प्रफुल्लित करने के लिए अर्जियां को निमंत्रण दिया है। इस स्टार्टअप इकोसिस्टम द्वारा हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर, मैन्यूफैक्चरिग, क्लीन एनर्जी, ई-कामर्स, हरपिलैटिली, फार्मासियूटिकल, बाइयो-मेडिकल, लाइफ साइंस थ्रस्ट क्षेत्रों व एप्लीकेशन मांगे जाते है। इस पर बात करते हुए रिसर्च, इंडस्ट्री इंटरफेस, इनोवेशन के डायरेक्टर डा.जेके शर्मा ने कहा कि सह-काम करने वाली जगह, सब्सिडी वाली दरों पर दप्तर की जगह, सभी कारपोरेट व कानूनी पालना सहायता, मुफ्त बिजली व उच्च स्पीड इंटरनेट, प्रति कंपनी एक निजी कंप्यूटर, सीटीयू के उच्च कारगुजारी वाले सरवर तक पहुंच प्रोटोटाइपिग विकसित करने के लिए सभी लैब व वर्कशाप तक पहुंच, उद्यता, लाइब्रेरी की पहुंच, यूनिवर्सिटी के उद्यमी विकास सेल की सदस्यता, हमारे वीसी व ऐंजला निवेशकों के नेटवर्कों से बातचीत, पेटैंट करने व बाहरी माहिर सलाहकार प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता, बाहरी टीम के सदस्यों के लिए सब्सिडी वाले होस्टल की सुविधा सभी प्रफूल्लित कंपनियों को प्रदान की जाएगी। सीटीबीएफओ के साथ पास टेक्नोलजी बिजनेस इकयूबेटर में शामिल कंपनियों से एक्टविटी होगी। प्रफूल्लित करने के लिए एक माहिर कमेटी द्वारा अर्जियों का मूल्यांकन किया जाएगा। चुने गए व्यक्तियों या टीमों को 20 हजार रुपए तक की वित्तीय सहायता नई कंपनी की स्थापना के लिए खर्चों के लिए और प्रति कंपनी तीन लाख रुपये तक की बीज ग्रांट प्रति कंपनी प्रतियोगी प्रक्रिया द्वारा तीन पड़ावों में मिलेगी। सीटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा.हर्ष सदावरती ने कहा कि हम इनक्यूबेटस के शुरूआती पड़ाव के विचारों की सभी जरूरतों का ध्यान रख रहे है। और शुरूआती पड़ाव के विकास से उत्पाद विकास पड़ाव तक उनका हाथ पकड़ना यकीनी बना रहे है। अब तक हमें विभिन्न एंट्री प्राप्त हुई है और कुछ पर काम करना शुरू कर दिया है। हम अन्य इंकलाबी विचारों का इंतजार कर रहे है।