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Ludhiana News: टीएस वन सर्टिफिकेट स्कीम से पार्षद नाखुश, बिल्डिंग ब्रांच को जोड़ने की योजना पर लगेगी ब्रेक

Ludhiana News बिल्डिंग ब्रांच को टीएस वन सर्टिफिकेट के साथ जोड़ने की फिलहाल काेई याेजना नहीं है। निगम ने प्रस्ताव तैयार कर जनरल हाउस बैठक में रखने की तैयारी कर ली है। इसको लेकर पार्षद नाखुश दिखाई दे रहे हैं।

By Varinder RanaEdited By: Vipin KumarPublished: Sun, 02 Oct 2022 03:52 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 03:52 PM (IST)
Ludhiana News: टीएस वन सर्टिफिकेट स्कीम से पार्षद नाखुश, बिल्डिंग ब्रांच को जोड़ने की योजना पर लगेगी ब्रेक
Ludhiana News: लुधियाना नगर निगम की हाउस बैठक में उठेगा टीएस वन सर्टिफिकेट का मुद्दा। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता,  लुधियाना। Ludhiana News: बिल्डिंग ब्रांच को टीएस वन सर्टिफिकेट के साथ जोड़ने के प्रस्ताव पर ब्रेक लगने जा रही है। निगम की तरफ से इसका प्रस्ताव तैयार कर 4 अक्टूबर को होने जा रही जनरल हाउस बैठक में रखने की तैयारी कर ली गई है। इस प्रस्ताव को लेकर पार्षद नाखुश दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को होने जा रही आल पार्टी बैठक में इस मुद्दे पर विशेष तौर पर चर्चा होने जा रही है। सूत्रों की मानें तो निगम के इस प्रस्ताव को पास नहीं किया जाएगा।

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सिर्फ इमारत तैयार करने से पहले खाली प्लाट पर यूआइडी नंबर लेना जरूरी किया जाएगा। किसी व्यक्ति ने निगम सीमा के अंदर अपनी कोई भी संपत्ति बेचनी या खरीदनी है तो वह इमारत का टीएस वन सर्टिफिकेट निगम से लेता है।

सर्टिफिकेट से निगम को फायदा

इसका इमारत पर सीवरेज पानी और प्रापर्टी टैक्स का कोई बकाया नहीं है। अगर किसी इमारत पर कोई बकाया राशि होती है, उसे चुकाने के बाद ही व्यक्ति को टीएस वन सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इस सर्टिफिकेट से निगम को फायदा होता है कि उसकी दो ब्रांच की बकाया राशि उन्हें आसानी से मिल जाती है। इस समय निगम की बिल्डिंग ब्रांच का बकाया लेने में सबसे बड़ी परेशानी आ रही है।

बिल्डिंग ब्रांच की रिपोर्ट भी साथ लेने के आदेश

बिल्डिंग ब्रांच का रिकार्ड भी आनलाइन नहीं है, वहीं कंपाउडेबल और नान कंपाउंडेबल इमारतों का रिकार्ड भी सही तरीके से मौजूद नहीं है। कुछ इमारत मालिकों ने बिल्डिंग कंपाउंड करवाते समय कुछ पैसा तो जमा करवा दिया बाकी पैसा उन्होंने नहीं दिया है। इस बात को ध्यान में रखते निगम कमिश्नर ने टीएस वन सर्टिफिकेट जारी करते समय बिल्डिंग ब्रांच की रिपोर्ट भी साथ लेने के आदेश जारी किए थे।

इसके साथ अगर कोई व्यक्ति नई बिल्डिंग का नक्शा जमा करवाता है तो उसे खाली प्लाट पर यूआइडी नंबर लेने के आदेश भी जारी किए गए है। हालांकि राजनीतिक दवाब के चलते इसे प्रस्ताव के रूप में हाउस बैठक में भी लाया जा रहा है। इस प्रस्ताव पर पार्षद नाखुश दिखाई दे रहे हैं, जिस कारण प्रस्ताव का विरोध करने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

पार्षदों के वोट बैंक पर पड़ेगा असर

योजना लागू हुई तो पार्षदों के वोट पर पड़ेगा असर किसी भी इमारत का टीएस वन सर्टिफिकेट लेने के लिए ज्यादातर इमारत मालिक अपने इलाका पार्षद के दफ्तर में हाजिरी लगाते हैं। कारण, दो ब्रांच की रिपोर्ट करने में समय लगता है और अगर बकाया राशि हो तो उसमें कुछ माफी लेने में भी पार्षद एक सहारा बनाता है। किसी व्यक्ति को टीएस वन सर्टिफिकेट दिलाना सीधे पार्षद के हाथ आ जाता है। ऐसे में टीएस वन सर्टिफिकेट लेने वाला व्यक्ति अहसान के चलते वोट बैंक भी बन जाता है। यही कारण है कि पार्षद नहीं चाहेंगे कि यह हथियार उनके साथ से निकल जाए।

टीएस वन सर्टिफिकेट के साथ बिल्डिंग ब्रांच को जोड़ने के प्रस्ताव पर सोमवार को आल पार्टी बैठक में विचार होगा। बिल्डिंग ब्रांच को टीएस वन के साथ नहीं जोड़ा जाएगा। इससे लोगों को टीएस वन एक दिन में जारी करने में परेशानी होगी। इमारतों को सिर्फ यूआइडी जारी करने पर सहमति रहेगी। - बलकार संधू, मेयर लुधियाना


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