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सब्जी आढ़ती से पार्षद के पति ने मांगे पैसे, पुलिस कमिश्नर से की शिकायत

पार्षद के पति गौरव भट्टी ने उक्त आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि सब्जी विक्रेता सुलेमान ने शनिवार को भी कोई रेट लिस्ट नहीं लगाई गई थी ।

By Edited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 05:00 AM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 09:41 AM (IST)
सब्जी आढ़ती से पार्षद के पति ने मांगे पैसे, पुलिस कमिश्नर से की शिकायत
सब्जी आढ़ती से पार्षद के पति ने मांगे पैसे, पुलिस कमिश्नर से की शिकायत

लुधियाना, जेएनएन।  प्रशासन की तरफ से सब्जी मंडी में भीड़ से बचने के लिए वार्डवाइज सब्जी बेचने की प्रक्रिया शुरू की गई है, ताकि लोगों के घरों तक सब्जी पहुंचने में कोई दिक्कत न आए। आरोप अनुसार प्रशासन की इस मुहिम को उस समय धक्का लगा, जब वार्ड 23 में सब्जी बेचने आए आढ़ती से इलाका पार्षद के पति गौरव भट्टी ने इसकी एवज में पैसे लिए।

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आढ़ती सुलेमान ने बताया कि प्रशासन द्वारा उन्हें वार्ड 23 में तीन दिन सब्जी मंडी से सब्जी लाकर मंजूरशुदा रेहड़ी वालों को बेचने की अनुमति मिली है। इसके तहत वह शनिवार को पहले दिन सब्जी लेकर वहां गए। वहां पर पार्षद के पति गौरव भट्टी ने उनसे सब्जी बेचने के बदले में दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से कमीशन की मांग की। मगर, शाम को कम सब्जी बिकने के कारण पार्षद के पति से तीन हजार में सौदा हुआ, जो उनके दफ्तर में दे दिए गए।

सुलेमान ने बताया कि मंगलवार को वह फिर से सब्जी लेकर वार्ड 23 गया, तो पार्षद के पति ने फिर पैसों की मांग की। मगर, उन्होंने पिछली बार घाटा पड़ने के कारण पैसे देने में असमर्थता दिखाई। जिस पर पार्षद के पति ने उन्हें थोड़ी ही देर में वहां से भगा दिया। इसके कारण वह सिर्फ करीब 25 हजार की ही सब्जी बेच सके और करीब डेढ़ लाख की सब्जी खराब हो गई। आढ़ती सुलेमान ने बताया कि उन्होंने फोन पर पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल को इसकी शिकायत की है। जिस पर कमिश्नर ने उन्हें बुधवार सुबह दफ्तर आकर शिकायत देने के लिए कहा है।

पार्षद के पति ने आरोपों को नकारा

दूसरी तरफ पार्षद के पति गौरव भट्टी ने उक्त आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि सब्जी विक्रेता सुलेमान ने शनिवार को भी कोई रेट लिस्ट नहीं लगाई गई थी तथा सब्जियां भी महंगे दाम पर बेची जा रही थी। इस पर उन्होंने उसे चेतावनी देकर मंगलवार से सही ढंग से काम करने के लिए कहा। मगर, मंगलवार को भी उसने कोई रेट लिस्ट नहीं लगाई। वह बिना नोडल अधिकारी के तथा अनाधिकृत रेहड़ी वालों को समय के बाद सब्जी बेच रहा था। जब उसे ऐसा करने से रोका गया, तो वह यूनियन की धौंस दिखाने लगा।


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