Central Jail प्रशासन की सर्तकता आई काम, अफसरों की योजना ने रोके कोरोना के कदम
कोरोना की दस्तक के बाद ही सरकार जेल में बंद कैदियों व हवालतियों के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो गई थी। सेंट्रल जेल और वूमेन जेल में बंद कैदी व हवालाती कोरोना से बचे रहे।
लुधियाना, [राजन कैंथ]। कोरोना की दस्तक के बाद ही सरकार जेल में बंद कैदियों व हवालतियों के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो गई थी। इसी का नतीजा है कि सेंट्रल जेल और वूमेन जेल में बंद कैदी व हवालाती कोरोना से बचे रहे। लुधियाना सेंट्रल जेल में 2600 कैदियों व हवालातियों की क्षमता है। मार्च के प्रथम सप्ताह में वहां 3200 के करीब बंदी थे। उनके बीच फिजिकल डिस्टेंस रखने के लिए सरकार ने अहम फैसला लेते हुए ऐसे 600 हवालातियों को जमानत पर रिहा कर दिया, जिनके खिलाफ कम सजा वाले मामले दर्ज थे। ऐसा करने से जेल में कैदियों का बोझ कुछ कम हुआ।
दूसरी तरफ जेल में नए हवालातियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। सेंट्रल जेल से सटी ब्रोस्टल जेल में बंद करीब 450 हवालाती व कैदियों को फरीदकोट जेल में शिफ्ट करके उसे खाली करा लिया गया। नए पकड़े अपराधियों को सेंट्रल जेल में बंद करने की बजाय ब्रोस्टल जेल में रखने के आदेश दिए गए ताकि जेल में रह रहे पुराने बंदियों तक वायरस न पहुंच सके।
पुलिस को निर्देश जारी गए कि पकड़े गए जिन अपराधियों को अदालत सेंट्रल जेल में भेजने के आदेश जारी करती है, उनका सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराया जाए। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाए। अगर उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उसे ब्रोस्टल जेल भेजा जाता है। पर यदि वो पॉजिटिव आता है तो उसे अस्पताल में आइसोलेट किया जाता है।
500 बंदियों की क्षमता वाली महिला जेल में करीब 180 महिलाएं
महिला जेल में 500 बंदियों को रखने की क्षमता है। इस समय उसमें करीब 180 महिलाएं हैं। महिला जेल को दो भाग में बांटा गया है। पहले से बंद हवालातियों व कैदियों को नई बिल्डिंग की बैरकों में रखा गया है जबकि नए लाए जाने वाली महिलाओं बंदियों को पुरानी इमारत की बैरकों में रखा जा रहा है ताकि किसी नई महिला हवालाती की वजह से जेल में वायरस न पहुंच सके।
अब तक एक ही महिला हवालाती पॉजिटिव आई
कोरोना काल के शुरुआती दिनों में महिला जेल में एक हवालाती के पॉजिटिव आ जाने के बाद उसके साथ बैरक में बंद अन्य महिलाओं के टेस्ट कराने पड़े थे। मगर वो सभी नेगेटिव आए। उसके बाद से जेल प्रबंधन और भी सतर्क हो गया। जेल सुपरिंटेंडेंट दमनजीत वालिया ने बताया कि उनकी जेल में करीब 6 गर्भवती महिलाएं हैं। जेल अस्पताल में तैनात डॉक्टर लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रखते हैं। समय-समय पर उनका मेडिकल टेस्ट कराया जाता है।
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