लुधियाना में बनी Corona Proof स्पेशल रिमांड कोर्ट, आरोपितों के संक्रमित हाेने पर जज सहित स्टाफ नहीं होगा क्वारंटाइन
पंजाब में काेराेना के मामले बढ़ने के साथ ही इससे निपटने के लिए अदालताें में विशेष तैयारी शुरू हाे गई है। लुधियाना में बनी कोरोना प्रूफ स्पेशल रिमांड कोर्ट से जजाें के साथ ही स्टाफ मिलेगी।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना के संक्रमण का प्रभाव अदालतों पर पडऩे के बाद अब जजों और कोर्ट में काम करने वालों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर हो गई है। इसका सबसे ज्यादा असर विशेष रिमांड अदालतों में पड़ रहा है, जहां नए केसों के आरोपितों को जमानत और अन्य मामलों के लिए पेश किया जाता है।
पिछले कुछ मामलों में देखा गया कि कुछ आरोपितों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जजों सहित स्टाफ को क्वारंटाइन करना पड़ा। लुधियाना की बात करें तो जून से अब तक करीब छह जज व 80 से ज्यादा न्यायिक कर्मचारियों को एहतियातन क्वारंटाइन किया जा चुका है।
जज राजबीर कौर व उनके अधिकारी पति कोरोना पॉजिटिव भी आ चुके हैं। ऐसे हालातों पर संज्ञान लेते पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशानुसार सूबे में विशेष अदालतों की स्थापना शुरू हो गई है। इसके चलते रिमांड को लेकर कोरोना प्रूफ स्पेशल रिमांड कोर्ट बनाई गई। गत दिवस जिला व सेशन गुरबीर ङ्क्षसह ने इस अदालत का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
लुधियाना के जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरबीर सिंह ने पहलकदमी करते कोर्ट रूम नंबर दो को विशेष अदालत चिन्हित किया है। यहां पर आरोपितों को रिमांड लेने के लिए पेश किया जाएगा। न्यायाधीश व स्टाफ शीशे के पीछे रहेंगे, जबकि पुलिस कर्मी व आरोपित सामने कुछ दूरी पर उपस्थित रहेंगे, जहां से न्यायाधीश वकीलों की दलीलों को सुनेंगे।
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कामकाज प्रभावित के साथ समय होता था बर्बाद
न्यायाधीश गुरबीर सिंह के मुताबिक ऐसा पाया गया कि यदि आरोपित पेशी के दौरान संक्रमित आ जाता है, तो न्यायाधीश व उस समय उपस्थित स्टाफ को क्वारंटाइन करना पड़ता था। इससे अदालतों का कामकाज प्रभावित होता था। किसी जज या स्टाफ के क्वारंटाइन पर जाने से उस कोर्ट में अन्य की ड्यूटी लगानी पड़ती थी और इस प्रक्रिया में काफी समय बर्बाद होता था। अदालत में आरोपित, पुलिस कर्मचारी और वकीलों के लिए अलग-अलग जगह निर्धारित कर संक्रमण रोकने का पूरा बंदोबस्त किया है।
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कोर्ट नंबर दो होगी विशेष रिमांड अदालत
चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रभजोत सिंह कलेका ने शुक्रवार को समस्त ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट को लिखित आदेश जारी करते कहा कि रिमांड के लिए कोर्ट रूम नंबर-दो का ही इस्तेमाल करें। जिन जजों की ड्यूटियां लगी हैं उन्हें ग्रुप एक व दो में बांटा है। इनमें करीब 5-5 जज हैं। एक ग्रुप वाले जज दोपहर एक बजे से पहले व ग्रुप दो वाले दोपहर 1.30 बजे तक कामकाज निपटाएंगे। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह समय पर अदालत में आरोपित को पेश करें।