कोरोना पॉजिटिव चार वार्ड अटेंडेंटों का आरोप, स्टाफ कर रहा अछूत सा व्यवहार
लुधियाना अभी तक तो बाहर से भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज ही सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के स्टाफ पर इलाज में कोताही समय पर भोजन न देने साफ सफाई न रखने और भेदभाव का आरोप लगाते रहे हैं लेकिन इस बार तो तीन दिन पहले कोरोना वायरस की चपेट में चार वार्ड अटेंडेंट ने ही अपने ही स्टाफ पर भेदभाव का आरोप जड़ दिया है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना
अभी तक तो बाहर से भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज ही सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के स्टाफ पर इलाज में कोताही, समय पर भोजन न देने व साफ-सफाई न रखने और भेदभाव का आरोप लगाते रहे हैं। मगर, इस बार तीन दिन पहले कोरोना वायरस की चपेट में चार वार्ड अटेंडेंटों ने ही वार्ड स्टाफ पर भेदभाव का आरोप जड़ दिया है। इन आरोपों को लेकर इन वार्ड अटेंडेंटों ने वीडियो रिकॉर्डिग भी की है। जिसे उन्होंने अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप में वायरल किया है। इसके बाद सिविल अस्पताल में हड़कंप मच गया। जब यह वीडियो अधिकारियों तक पहुंचा, तो वे तुरंत हरकत में आएं। कुछ ही देर में डॉक्टरों की एक टीम पॉजिटिव वार्ड अटेंडेंटों के पास वार्ड में पहुंची और उनकी समस्याओं को सुना।
17 मई को पॉजिटिव आए अस्पताल के 45 वर्षीय वार्ड अटेंडेंट ने बताया कि उसके सहित चार वार्ड अटेंडेंट वार्ड में भर्ती हैं। उन्हें तीन दिनों से न तो अच्छा खाना मिल रहा है और न ही उनके बेड की चादरें बदली जा रही हैं। बुधवार सुबह तो स्टाफ ने उनके परिवार की ओर से आया दूध फ्रिज में रखने से ही इन्कार कर दिया। वार्ड में तैनात स्टाफ उनसे अछूत सा व्यवहार कर रहे हैं। जिसके कारण दो दिन से उन्होंने कुछ नहीं खाया है। उसका कहना है कि जब तक वह पॉजिटिव नहीं आए थे, तब तक आइसोलेशन का यही स्टाफ परिवार की तरह रहता था। मगर, उनके पॉजिटिव आने के बाद स्टाफ का व्यवहार बदल गया है।
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फूट-फूट कर रोई पॉजिटिव आई महिला वार्ड अटेंडेंट
18 मई को कोरोना पॉजिटिव आई 36 वर्षीय महिला वार्ड अटेंडेंट तो वीडियों में फूट-फूट कर रोते दिख रही है। उसका कहना है कि वह ड्यूटी के दौरान पॉजिटिव हुई है। ऐसे में उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है, जैसे वह अपराधी हो। इसी कोविड आइसोलेशन वार्ड में महीनों से वह ड्यूटी दे रही थी। स्टाफ के इस व्यवहार से उसे काफी आघात पहुंचा है। जब उनके साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो दूसरों के साथ यह स्टाफ कैसा व्यवहार कर रहे होंगे।
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भड़के वार्ड अटेंडेंट ने अंदर से कुंडी लगाई, डॉक्टरों ने मनाया
चारों पॉजिटिव वार्ड अटेंडेंटों ने आइसोलेशन स्टाफ के व्यवहार से दुखी होकर बुधवार को अपने वार्ड की अंदर से कुंडी लगा दी। स्टाफ के बार-बार कहने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद स्टाफ ने एसएमओ डॉ. गीता को सूचित किया। डॉ. गीता ने डाक्टरों की एक टीम को चारों वार्ड अटेंडेंटो के पास भेजा। डॉक्टरों ने उनकी समस्या को सुना और आश्वासन दिया कि उन्हें समय पर भोजन मिलेगा, चादरें रोज बदली जाएंगी और कोई भी अछूत जैसा व्यवहार नहीं करेगा।
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जो हुआ वह गलत था, स्टाफ से की है जवाबतलबी : एसएमओ
इस बारे में एसएमओ डॉ. गीता ने कहा कि उन्हें चारों वार्ड अटेंडेंटों के बारे में जानकारी मिली थी। उनके साथ अगर स्टाफ के किसी सदस्य ने भेदभाव किया है, तो वह गलत था। इसकी जवाबतली की गई है। चारों वार्ड अटेंडेंटों को जो भी परेशानी आ रही थी, उसे दूर कर दिया गया है।
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17 व 18 मई को पॉजिटिव आए थे वार्ड अटेंडेंट
17 मई को सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड अस्पताल विग (एमसीएच) के न्योनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (निकू) में ड्यूटी देने वाली में 37 वर्षीय वार्ड अटेंडेंट व कोविड आइसोलश्न सेंटर में कार्यरत 45 वर्षीय वार्ड अटेंडेंट पॉजिटिव आए थे। इसके बाद 18 मई को आइसोलेशन सेंटर में कार्यरत 48 वर्षीय पुरूष वार्ड अटेंडेंट व 36 वर्षीय महिला वार्ड अटेंडेंट भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।