ठेकेदार ने खड़े किए हाथ, बोला- नहीं करूंगा सड़क की मरम्मत
पिछली अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत माछीवाड़ा से लेकर चक्क लोहट तक सड़क का नवनिर्माण हुआ था।
संस, श्री माछीवाड़ा साहिब : पिछली अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत माछीवाड़ा से लेकर चक्क लोहट तक सड़क का नवनिर्माण हुआ था। इस सड़क की प्रत्येक वर्ष मरम्मत का ठेका भी कंपनी के पास था पर अब ठेकेदार ने इस सड़क की मरम्मत करने से जवाब दे दिया है।
2014 में माछीवाड़ा साहिब के गनी खान नबी खान गेट से लेकर गांव चक्क लोहट तक करीब 17.75 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण का ठेका जेके इनफोकोन प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। कंपनी ने यह सड़क 8 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार की। इस कंपनी को सड़क की मरम्मत के लिए प्रत्येक वर्ष लोक निर्माण विभाग द्वारा राशि दी जाती थी और ठेके में तय हुआ था कि 2015-16 में 9.41 लाख, 2016-17 में 9.88 लाख और 2017-18 में 10.36 लाख रुपये देने थे। इस कंपनी ने 3 वर्ष तो सड़क की मरम्मत की पर चौथे वर्ष 2018-19 में 10.82 लाख रुपये विभाग द्वारा दिए जाने थे तो ठेकेदार ने इस सड़क की मरम्मत करने से इंकार करते हुए यह तर्क दिया कि माछीवाड़ा साहिब से चक्क लोहट तक इस सड़क पर पिछले 3 वर्ष सतलुज दरिया में से रेत की माइनिंग के दौरान ओवरलोड गुजरते टिप्परों ने इसकी हालत बेहद खस्ता कर दी है। इस कारण वह इतनी कम राशि में सड़क की मरम्मत नहीं कर सकते। इलाके के लोगों को होगी परेशानी
अब इस समस्या के लिए इलाके के लोगों को भुगतना पड़ेगा क्योंकि यह सड़क माछीवाड़ा शहर को बेट क्षेत्र से जोड़ती है। वहा जिला रोपड़ को जाने वाली मुख्य सड़क है। इस सड़क के द्वारा प्रतिदिन गांवों के लोग माछीवाड़ा शहर को आते हैं। यदि कंपनी के साथ मरम्मत का 12-4-2020 तक ठेका है तो उससे क्यों नहीं इस सड़क की रिपेयर करवाई जाती।
कंपनी ने लिखित में विभाग को दिया: जीवन गुप्ता
माछीवाड़ा से लेकर चक्क लोहट तक सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी जेके इनफोकोन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक जीवन गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि यह सड़क सतलुज दरिया की तरफ जाती है। यहां से प्रतिदिन रेत के भरे टिप्पर गुजरते हैं जिस कारण यह सड़क टूटी है। उन्होंने बताया कि जितनी राशि लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क की मरम्मत के लिए तय की है, उस राशि में इतनी खस्ता हालत सड़क की मरम्मत नहीं हो सकती। इस लिए उन्होंने लिखित में विभाग को दे दिया है। उन्होंने बताया कि इस सड़क का सर्वे भी विभाग के आधिकारियों की तरफ से किया गया था जिसमें उन्होंने दिखाया कि यह सड़क ओवरलोड टिप्परों कारण ज्यादा टूट गई है। सरकार को फंड के लिए करेंगे अपील : एक्सईएन
एक्सईएन चरनजीत सिंह बैंस ने कहा कि ओवरलोड रेत के टिप्परों के कारण सड़क ज्यादा टूट गई। इस कारण कंपनी इसको तय राशि में मरम्मत करने से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस सड़क की मरम्मत के लिए सरकार को लिखकर फंड मंगवाया जाएगा जिससे इस का कार्य शुरू हो सके।