LokSabha Election : रवनीत बिट्टू की नजरें हैट्रिक पर, पार्टी की अंदरूनी लड़ाई से पार पाना बड़ी चुनौती
पूर्व मुख्यमंत्री स्व.बेअंत सिंह के पोते और कांग्रेस के सबसे युवा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू पर पार्टी ने एक बार फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें लुधियाना से टिकट दी दी है।
लुधियाना, [भूपेंदर सिंह भाटिया]। पूर्व मुख्यमंत्री स्व.बेअंत सिंह के पोते और कांग्रेस के सबसे युवा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू पर पार्टी ने एक बार फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें लोकसभा के लिए लुधियाना से टिकट दी है। मात्र 33 साल की उम्र में लोकसभा की सीढिय़ां चढऩ़े वाले युवा नेता की नजरें अब हैट्रिक की ओर हैं। पहली बार श्री आनंदपुर साहिब से जीत दर्ज करने वाले बिट्टू को दूसरी बार कांग्रेस ने लुधियाना से मैदान में उतारा था, जब पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अस्वस्थ होने की वजह से चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था।
कांग्रेस विरोधी लहर के बीच बिट्टू ने पार्टी हाईकमान के विश्वास पर खरे उतरते हुए आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता हरविंदर सिंह फूलका को हराया था। हालांकि पिछली बार उन्हें मात्र 19,709 मतों से जीत मिली थी, लेकिन इस बार फूलका के मैदान से हटने पर परिस्थितियां अलग हैं। यदि वह हैट्रिक जमाने में कामयाब हो जाते हैं तो कांग्रेस की भी लुधियाना से हैट्रिक होगी। उनसे पहले मनीष तिवारी लुधियाना से सांसद थे।
कांग्रेस हाईकमान ने भले ही सांसद बिट्टू पर फिर विश्वास जताया, लेकिन उनके सामने पार्टी की अंदरूनी लड़ाई भी चुनौतियों भरी होगी। एक ओर जहां लुधियाना उत्तरी के विधायक राकेश पांडे खुलकर बगावत कर रहे हैं, वहीं मनीष तिवारी ग्रुप भी बिट्टू से दूरी बनाए हुए हैं। चूंकि राकेश पांडे के क्षेत्र से पिछली बार सांसद बिट्टू को सबसे ज्यादा वोट मिले थे। राकेश पांडे को साध कर उस वोट बैंक को बनाए रखना भी बिट्टू के लिए बड़ी चुनौती होगी। पिछले पांच साल के अधूरे वादों पर भी सांसद को जनता की अदालत में जवाब देना होगा।
राहुल गांधी ब्रिगेड के सदस्य
लुधियाना जिले के पायल इलाके में जन्मे रवनीत बिट्टू राहुल गांधी की यूथ ब्रिगेड के सदस्य हैं। उनकी एक उपलब्धि यह भी है कि 2008 में पंजाब यूथ कांग्रेस के पहले चुने हुए अध्यक्ष भी हैं। राहुल के करीबी होने के कारण उन्हें अपनी टिकट सुनिश्चित नजर आ रही थी, इसलिए उन्होंने बिना घोषणा के ही डटकर प्रचार करना शुरू कर दिया था।
गर्मख्यालियों के निशाने पर रहे हैं बिट्टू
बेअंत सिंह की हत्या के बाद से ही सांसद के परिवार वाले हमेशा से ही गर्मख्यालियों के निशाने पर रहे हैं। दो साल पहले मई 2017 में विदेशों में बैठे गर्मख्यालियों की धमकियोंं के बाद पंजाब सरकार ने उन्हें बुलेट प्रूफ एसयूवी प्रदान की थी। साथ ही केंद्र सरकार ने भी उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी थी।
प्रोफाइल
नाम - रवनीत सिंह बिट्टू
पिता - स्वर्णजीत सिंह
माता - जसवीर कौर
जन्म - 10 सितंबर 1975
जन्मस्थल - कोटली
विवाह - 16 अप्रैल 2005
पत्नी - अनुपमान
संतान - एक बेटा
शिक्षा - स्कूली शिक्षा जीएनपीएस
कॉलेज - गवर्नमेंट कॉलेज चंडीगढ़ से बीसीए
पेशा - कृषि