मंदिर की जमीन बिक्री के पौने छह करोड़ के गबन मामले में कांग्रेसी नेता काबू Ludhiana News
आरोपित के खिलाफ करीब ढाई साल पहले थाना समराला में केस दर्ज किया गया था। वहीं आरोपित का सगा भाई जोहनप्रीत सिंह भी इस मामले में नामजद है जोकि अभी भी फरार है।
खन्ना, जेएनएन। गांव रुपालों के मंदिर की जमीन की बिक्री के करीब पौने छह करोड़ रुपये का गबन करने के आरोपित मंदिर ट्रस्ट के प्रधान और कांग्रेसी नेता बलप्रीत सिंह निवासी गांव रुपालों को छापामारी कर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के खिलाफ करीब ढाई साल पहले थाना समराला में केस दर्ज किया गया था। मामले में आरोपित का सगा भाई जोहनप्रीत सिंह भी नामजद है। भाई अभी भी फरार है। मामला दर्ज होने के बाद आरोपित की तरफ से अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जो हाईकोर्ट की तरफ से 18 अक्टूबर 2019 को खारिज कर दी गई थी।
बता दें कि उक्त मामले की शिकायत गांव रुपालों की पंचायत की तरफ से 17 मार्च, 2017 को एसएसपी खन्ना को दी गई थी। पंचायत ने आरोपित बलप्रीत सिंह और उसके भाई जोहनप्रीत सिंह पर आरोप लगाया था कि गांव रुपालों स्थित पुरातन शिवालय मंदिर की पांच एकड़ जमीन शिवालय श्रीमती प्रताप कौर ट्रस्ट के नाम पर थी। 2012 में इस मंदिर की कुछ जमीन रेलवे ने एक्वायर की। एक्वायर जमीन का पहला चार करोड़ रुपये का चेक रेलवे जारी किया जो जो ट्रस्ट के खाते में जमा करवाया गया। उस समय आरोपित बलप्रीत सिंह निवासी गांव रुपालों ट्रस्ट का प्रधान था। बलप्रीत सिंह ने ट्रस्ट के खातों से इस रकम को अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर लिया।
जांच में सामने आया कि बैंक की स्टेटमेंट के मुताबिक आरोपित बलप्रीत ने छह अगस्त, 2012 को 75 लाख रुपए, 22 अगस्त, 2012 को 25 लाख रुपए और 23 अगस्त, 2012 को 20 लाख रुपए बैंक से निकलवाए। आरोपित ने बगली खुर्द में एक कनाल आठ मरले का प्लाट भी 10 लाख 8 हजार में खरीदा। जांच के बाद पुलिस ने आरोपित बलप्रीत सिंह और उसके भाई जौहनप्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था। डीएसपी समराला हरिन्दर सिंह मान ने कहा कि आरोपित को माननीय अदालत में पेश किया गया है जिसके बाद अदालत ने उसे न्यायायिक हिरासत में भेज दिया है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें