एएस मैनेजमेंट के चुनाव: अधूरे पैनलों के साथ मैदान में उतरेंगे कांग्रेस व भाजपा Ludhiana News
खन्ना खन्ना की सात शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली प्राचीन और प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट के चुनाव के लिए इस बार माहौल बदला-बदला सा है।
खन्ना, जेएनएन। स्थानीय सात शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली प्राचीन एवं प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट के चुनाव के लिए इस बार माहौल बदला-बदला सा है। मैनेजमेंट चुनाव के इतिहास में अब तक के सबसे कम 33 उम्मीदवार मैदान में है। कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के समर्थित पैनलों को अधूरे तौर पर मैदान में उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। कुल 20 सदस्यों की मैनेजमेंट के लिए कांग्रेस के 17, भाजपा के 14 और दो आजाद उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
मंगलवार को नामांकन दाखिल करने के आखिर दिन तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं। इनमें कांग्रेस की तरफ से सुनील टंडन व जगमोहन दत्त शर्मा और भाजपा की ओर से एडवोकेट बरिंदर डेविट ने नामांकन दाखिल किए। डेविट आप नेता हैं, लेकिन वह पहले भी भाजपा के पैनल से चुनाव लड़ चुके हैं।
कोई महिला उम्मीदवार नहीं
कुछ ही दिन बाद महिला दिवस है, लेकिन खन्ना के सबसे बड़े शिक्षण संस्थान की मैनेजमेंट के चुनाव के लिए एक भी महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं है। मैनेजमेंट के करीब 90 साल के इतिहास में केवल दो महिलाएं ही चुनाव लड़ी हैं। 2017 के चुनाव में स्वीनि पुरी चुनाव मैदान में थी और कड़ी टक्कर देते हुए वह 22वें स्थान पर रही थीं। इस बार उन्होंने भी नामांकन दाखिल नहीं किया।
कांग्रेस पैनल के उम्मीदवार
अमित तिवारी, अमित वर्मा, बलदेव कृष्ण बतरा, दिनेश कुमार शर्मा, जगमोहन दत्त शर्मा, नवदीप शर्मा, नवीन थम्मन, राजीव राय मेहता, संजीव कुमार साहनेवालिया, शमिंदर सिंह मिंटू, सुमित लुथरा, सुनील टंडन, एसके भल्ला, सुशील कुमार शीला, तजिंदर शर्मा, विकास मेहता व विकास मित्तल।
भाजपा पैनल के उम्मीदवार
अजय सूद, बरिंदर डेविट, बिपन चंद्र गैंद, जतिंदर देवगन, करूण अरोड़ा, मनीष भांबरी, मनजीत सिंह सौंद, मोहित गोयल पोंपी, राजेश डाली, रजनीश बेदी, रमरीश विज, संजीव धमीजा, सुबोध मित्तल व विजय डायमंड।
आजाद उम्मीदवार
सतीश शर्मा और विजय शर्मा।
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